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राम जन्मभूमि पर न्यायालय का आदेश नहीं मानने वाले देशद्रोही : गिरिराज

गिरिराज सिंह ने अयोध्या में राम जन्मभूमि पर उच्चतम न्यायालय के आदेश का पालन नहीं करने वाले को देशद्रोही बताते हुए कि यदि उन्हें देश की न्याय व्यवस्था पर विश्वास नहीं

राम जन्मभूमि पर न्यायालय का आदेश नहीं मानने वाले देशद्रोही : गिरिराज
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नयी दिल्ली । केंद्रीय पशुधन एवं मत्सय पालन मंत्री गिरिराज सिंह ने अयोध्या में राम जन्मभूमि पर उच्चतम न्यायालय के आदेश का पालन नहीं करने वाले को देशद्रोही बताते हुए कि यदि उन्हें देश की न्याय व्यवस्था पर विश्वास नहीं है तो उनके लिए यहां से जाने के दरवाजे खुले हैं।

प्राचीन सिद्धपीठ कालका मंदिर के प्रांगण में सनातन हिंदू वाहिनी के अयोध्या पर उच्चतम न्यायालय का फैसला आने के उपलक्ष्य में रविवार देर शाम आयोजित श्रीराम महोत्सव और विशाल कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते श्री सिंह ने कहा कि भारतीय लोकतंत्र की कितनी बड़ी विडंबना है कि आज भी देश में ऐसे अराजक तत्व छिपे बैठे हैं जिन्हें सर्वोच्च न्यायालय का फैसला भी मान्य नहीं है और इसकी अवहेलना करने का भी कोई मौका नहीं चूकते हैं।

उन्होंने ऐसे लोगों को देश के लोकतंत्र के लिए कलंक बताते हुए कहा कि यिद उन्हें यहां की न्याय व्यवस्था पर विश्वास नहीं है तो उनके लिए अन्य देशों के दरवाजे खुले हैं। श्री सिंह ने कहा आज देश का नेतृत्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह जैसे राष्ट्रभक्त नेताओं के हाथों में सुरक्षित है। सरकार आने वाले समय में भी राष्ट्रहित से जुड़े निर्णय लेने में हिचकिचायेगी नहीं ।

इस मौके पर कालका मंदिर के महंत सुरेंद्रनाथ अवधूत ने राममंदिर पर उच्चतम न्यायालय के निर्णय को ऐतिहासिक बताते हुए इसका स्वागत किया। सम्मेलन में राममंदिर का फैसला सुनाने वाले खंडपीठ के पांचों न्यायमूर्तियों के सम्मान में एक प्रस्ताव पारित किया गया।

श्री अवधूत ने कहा कि मोदी सरकारके कार्यकाल में कश्मीर समस्या का शांतिपूर्ण हल और अब उच्च्तम न्यायालय के स्पष्ट आदेश के बाद अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर का मार्ग प्रशस्त हो गया है।

सम्मेलन में नयी दिल्ली भाजपा अध्यक्ष और पूर्व विधायक अनिल शर्मा, वाहिनी के महंत शिवनाथ योगी, राजेश ओझा, प्रभाष सिंह, विजय शर्मा, युवा वाहिनी अध्यक्ष पुष्पेंद्र मिश्रा के अलावा जैन, वाल्मीकि और ब्राह्म्ण समाज समेत अन्य वर्गों के लोग बड़ी संख्या में मौजूद थे। इस मौके पर मंदिर में दीपोत्सव का आयोजन भी किया गया ।


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