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दनकौर के पास बनेगा ट्रांसपोर्ट नगर

नोएडा व ग्रेटर नोएडा से बड़ा ट्रांसपोर्ट नगर यमुना एक्सप्रेस-वे शहर में होगा

दनकौर के पास बनेगा ट्रांसपोर्ट नगर
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ग्रेटर नोएडा। नोएडा व ग्रेटर नोएडा से बड़ा ट्रांसपोर्ट नगर यमुना एक्सप्रेस-वे शहर में होगा। यातयात को सुगम बनाने की दिशा में प्राधिकरण ने ठोस कदम उठाए है। दनकौर के पास ट्रांसपोर्ट नगर बनेगा जिसमें अंतरराज्जीय बस डिपो होगा। इसके लिए प्राधिकरण ने 35 एकड़ जमीन दनकौर के पास सेक्टर-17बी में आरक्षित किया है।

बस डिपो को निर्माण को लेकर प्राधिकरण उप्र राज्य परिवहन निगम को जमीन भी सौंप दिया है। जल्द ही इसका निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। इसके अलावा प्राधिकरण ने अन्य सेक्टरों में छह बस डिपो का निर्माण करेगा। जिससे आने वाले समय में यमुना एक्सप्रेस-वे शहर में आवागमन की सुविधा सुगम हो। यमुना एक्सप्रेस-वे ऐसा शहर होने जा रहा है जहां पर लोगों के बसने से पहले बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है।

किसी भी शहर के लिए सबसे महत्वपूर्ण बेहतर कनेक्टिविटी व यातायात सुविधा होगी। यमुना एक्सप्रेस'-वे में कनेक्टिविटी के मामले में ग्रेटर नोएडा से आगरा तक एक्सप्रेस-वे के निर्माण किया गया है, साथ ही ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे, शहर के चारों तरफ से 105 मीटर चौड़ी सड़क का निर्माण किया जा रहा है। ग्रेटर नोएडा, नोएडा से सीधे जोड़ने के लिए ग्रेटर नोएडा में बने 130 मीटर चौड़ी सड़क को आने वाले समय से यमुना एक्सप्रेस-वे शहर तक ले जाने का प्रस्ताव है। सड़क कनेक्टविटी के साथ यातायात को सुगम बनाने के लिए हवाई मार्ग से शहर आने वाले समय में जुड़ जाएगा।

जेवर में ग्रीनफील्ड हवाई अड्डा प्रस्तावित है। जेवर एयरपोर्ट तक मेट्रो ले जाने की दिशा में भी काम चल रहा है। सड़क परिवहन से आवागमन सुगम बनाने के लिए दनकौर के पास अंतरराज्जीय बस डिपो बनाया जा रहा है। यमुना एक्सप्रेस-वे प्राधिकरण के अधिकारियों का कहना है कि दनकौर में सेक्टर-17बी के पास पहले ही ट्रांसपोर्ट नगर व बस डिपो के लिए 35 एकड़ जमीन चिन्हित कर ली है। प्राधिकरण ने बस डिपो बनाने के लिए उप्र परिवहन निगम को जमीन आबंटित कर दिया है। जल्द ही उसका निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। 35 एकड़ में पांच एकड़ में डिपो भवन व प्लेटफार्म का निर्माण किया जाएगा। जहां पर बसे आकर खड़ी होगी। इसमें दस एकड़ जमीन का आरक्षित किया गया है, जिससे वहां पर दूसरे प्रदेश व शहरों से आने वाले बसों, टैंपो, टैक्सी आदि को खड़ा करने की सुविधा होगी। इसके बाद वहां बस डिपो पर कामर्शियल गतिविधि के लिए जमीन आरक्षित की गई है।

सेक्टर-23सी, औद्योगिक सेक्टर-33, सेक्टर-15 सी, सेक्टर-17ए, सेक्टर-18 में बस स्टैंड व डिपो के लिए भी मास्टर प्लान जमीन आरक्षित की गई है। औद्योगिक क्षेत्र सेक्टर-33 में यमुना एक्सप्रेस-वे से सीधे आवागमन के लिए रैंप बनाया जा रहा है। जिससे यमुना एक्सप्रेस-वे से कामर्शियल वहन आवासीय सेक्टर तक पहुंच जाए। सीईओ ने बताया कि शहर में सारी सुविधाएं बसने से पहले उपलब्ध करा दी जाएगी। अभी तक अन्य शहरों में आबादी आने के बाद सुविधाएं उपलब्ध कराने को लेकर प्लान तैयार किया जाता है। यमुना एक्सप्रेस-'वे शहर में ऐसा नहीं होगा।



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