ट्रांस्फार्मर बदला तो यातायात व्यवस्था हो गई हल
सीलमपुर इलाके में 30 फुट ऊंचे स्लैब के ऊपर लगाए गए 1000 केवीए के तेल-रहित, ड्र्राई ट्रांसफॉर्मर का उद्घाटन आज दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने किया

नई दिल्ली। सीलमपुर इलाके में 30 फुट ऊंचे स्लैब के ऊपर लगाए गए 1000 केवीए के तेल-रहित, ड्र्राई ट्रांसफॉर्मर का उद्घाटन आज दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने किया।
यह ट्रांस्फार्मर बिजली आपूर्ति के साथ यातायात को भी सुगम बनाएगा। हां, यह अनूठा ट्रांस्फार्मर दरअसल कम स्थान पर लगाया गया क्योंकि तेल-रहित होने के साथ-साथ यह एक पैकेज्ड ट्रांसफॉर्मर है, जिसे एक बड़े बॉक्स के अंदर रखा गया है। इस कारण यह पारंपरिक ट्रांसफॉर्मरों के मुकाबले अधिक सुरक्षित व कम स्थान पर रखा जा सकता है। ड्राई होने के कारण इसमें तेल के रिसाव जैसे खतरे भी नहीं हैं।
दरअसल, सीलमपुर क्षेत्र के ब्रह्मपुरी में मुख्य सड़क के पास 400 केवीए का एक ट्रांसफॉर्मर लगा हुआ था, जिसकी वजह से वहां यातायात जाम लग जाता था। इसके अलावा, यह ट्रांसफॉर्मर कम क्षमता का था, इसलिए यह इस इलाके में बिजली की बढ़ती जरूरतों को पूरा करने में अक्षम था। अधिक भीड़भाड़ वाले इलाके में असुरक्षित होने के कारण इसे हटा दिया गया है। अब यहां 30 फुट ऊंचा स्लैब बनाकर पहले के मुकाबले ढाई गुणा अधिक क्षमता वाला 1000 केवीए का पैकेज्ड, ड्राई ट्रांसफॉर्मर लगाया है।
गौरतलब है कि दिल्ली में कई स्थानों पर नेटवर्क के विस्तार और आधुनिकीकरण की जरूरत है, लेकिन जगह की कमी के कारण ऐसा नहीं हो पा रहा है। सीलमपुर के ब्रह्मपुरी इलाके में भी बीवाईपीएल को ऐसी की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। लेकिन अब इस अत्याधुनिक, पैकेज्ड, ड्राई ट्रांस्फार्मर के लगने से इलाके के लोगों को काफी राहत मिलेगी। दिल्ली के अरविन्द केजरीवाल के अलावा यहां ऊर्जा मंत्री सत्येन्द्र जैन, सीलमपुर के विधायक इशराक खान व बीवाईपीएल के सीईओ पीआर कुमार मौजूद थे। अधिकारियों ने बताया कि मौजूदा वित्त वर्ष के दौरान बीएसईएस ने ढांचागत विकास पर 700 करोड़ रूपये का निवेश किया है। साथ ही, 600 एमवीए की वितरण क्षमता भी बढ़ाई है। एक साल के भीतर, बेहतर बिजली आपूर्ति के लिए बीएसईएस ने 670 नए ट्रांसफॉर्मर लगाए हैं।


