Top
Begin typing your search above and press return to search.

नवापारा के हरिहर हाईस्कूल में प्रशिक्षण शिविर प्रारंभ

शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए हरिहर हाईस्कूल में प्रारंभ हुए प्रशिक्षण शिविर में वक्ताओं ने शिक्षा के स्तर को अंतिम पायदान पर बताते हुए इसे शिखर पर ले जाने की आवश्यकता बताई

नवापारा के हरिहर हाईस्कूल में प्रशिक्षण शिविर प्रारंभ
X

नवापारा-राजिम। शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए हरिहर हाईस्कूल में प्रारंभ हुए प्रशिक्षण शिविर में वक्ताओं ने शिक्षा के स्तर को अंतिम पायदान पर बताते हुए इसे शिखर पर ले जाने की आवश्यकता बताई। प्रशिक्षण पाने पहुंचे शिक्षकों से यह भी कहा गया कि मुझे सब जानकारी है, यह बात भूल जाइए, तब ही प्रशिक्षण का लाभ उठा सकेंगे। प्रशिक्षण में शिविर में तर्री, पिपरौद एवं स्थानीय बढ़ईपारा संकुल के सभी शिक्षक शामिल हुए है। शैक्षणिक कैलेंडर का आधा सत्र बीतने के बाद तक शिक्षा और शिक्षकों के पढ़ाने के काम में गुणवत्ता लाने की कवायद जारी है। इसी तारतम्य में मंगलवार से चार दिवसीय शिविर स्थानीय हरिहर हाईस्कूल में प्रारंभ किया गया।

शिक्षक गुणवत्ता एवं दक्षता संवर्धन प्रशिक्षण के नाम से प्रारंभ हुए शिविर में 92 शिक्षकों को विशेषज्ञ अपने व्याख्यानों से शिक्षा के स्तर में सुधार लाने का मंत्र दे रहे हैं। साथ ही शिक्षकों को भी उनके पढ़ाने की शैली एवं स्तर में गुणवत्ता एवं दक्षता लाने के उपाय बता रहे हैं। इस मौके पर संस्था की प्राचार्य ललिता अग्रवाल ने कहा कि प्रशिक्षण कार्यक्रम निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है। स्कूल एवं विद्यार्थियों के बीच उसका व्यवस्थित क्रियान्वयन सभी की जिम्मेदारी है। उन्होंने प्रशिक्षण पूर्णतरू मन लगाकर करने का आह्वान किया। वहीं स्कूल में प्रार्थना स्थल से लेकर कक्षा-कक्ष एवं सहकर्मियों के बीच विषय का प्रतिपादन किया जाना चाहिए।

डाइट रायपुर के उप प्राचार्य कर्मन खदकर ने प्रशिक्षणार्थियों को समझाया कि बच्चों के निर्धारित क्षमता का 80 प्रतिशत तक परिणाम के रूप में प्राप्ति के प्रयत्न करना चाहिए। डाइट के व्याख्याता ललित शर्मा ने प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे शिक्षकों से कहा कि मुझे सब जानकारी है, यह भूल जाइये, अन्यथा आप प्रशिक्षण का हिस्सा नहीं बन पायेंगे। बीआर बघेल ने प्रदेश के शिक्षा के स्तर को अंतिम पायदान पर बताते हुए उसे शिखर पर ले जाने की आवश्यकता बताई।

शिविर के मास्टर ट्रेनर गोपाल यादव ने कार्यशाला की योजना प्रस्तुत करते हुए प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे शिक्षकों को पांच समूह में विभाजित कर टीम लीडर बनाए। लर्निंग आउटकम सीखने के नतीजे में गुणवत्ता बढ़ाना स्कूल और शिक्षक की जिम्मेदारी बताया। शिविर में तर्री, पिपरौद एवं स्थानीय बढ़ईपारा संकुल के सभी शिक्षक शामिल हुए। शिविर के मुख्य अतिथि ललिता अग्रवाल प्राचार्य हरिहर शाला, तामेश्वर धृतलहरे, जगदीश प्रसाद शर्मा, मानिकराम साहू, नीता वर्मा थे। इस अवसर पर विनोद साहनी, सीमा साहू, ओमप्रकाश साहू, जयंत पारकर, बुध्देश्वर वर्मा, मेघनाथ साहू सहित अन्य शिक्षक उपस्थित थे।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it