प्रशिक्षु डीएसपी ने नाबालिग को विवाह के फेरे में बंधने से रोका
बाल विवाह पर प्रभावी नियंत्रण का रूख अख्तियार करते हुये मुलमुला थाने में .....

जांजगीर। बाल विवाह पर प्रभावी नियंत्रण का रूख अख्तियार करते हुये मुलमुला थाने में पदस्थ प्रशिक्षु डीएसपी ने आज फिर से एक 14 वर्ष की नाबालिग लड़की का विवाह होने से पहले ही परिजनों को समझाईश देकर विवाह रूकवाने में अपनी भूमिका निभाई है।
मिली जानकारी के अनुसार मुलमुला ग्राम में विगत 22 मई को नाबालिग लड़की की शादी की सूचना मुलमुला पुलिस को मिलने पर वहां पदस्थ प्रशिक्षु डीएसपी सुश्री रश्मित कौर अपने स्टाफ के साथ विवाह मण्डप पहुंची जहां विवाह के फेरे में बंधने जा रही लड़की की उम्र की पड़ताल करने आवश्यक दस्तावेज मांगी गई, जिसका अवलोकन करने पर लड़की की उम्र महज 14 वर्ष 8 माह ही हुआ था, जिसे बालिग होने अभी 3 वर्ष से अधिक का समय बचा है। ऐेसे में कच्ची उम्र में ब्याह का बंधन और मातृत्व का बोझ उठाने में आने वाली परेशानियों से परिजनों एवं लड़की को समझाईश दी गई। जिस पर सभी ने अपनी गलती स्वीकार करते हुये लड़की के बालिग होने तक विवाह न करने का आश्वासन महिला अधिकारी को दी और इस तरह एक बार फिर बाल विवाह होने से रूक गया।
अब तक पांचवीं कार्रवाई
मुलमुला थाने में पदस्थ प्रशिक्षु डीएसपी सुश्री रश्मित कौर चॉवला जब से थाने का कार्यभार संभाली है, तब से लेकर अब तक उनके द्वारा बाल विवाह की ये पांचवीं कार्रवाई है। सुश्री कौर लगातार अपने मुखबिरों के माध्यम से क्षेत्र में हो रहे वैवाहिक आयोजन को लेकर सक्रिय है।
जहां भी सूचना मिलती है, ये स्वयं मौके पर पहुंच वर-वधू के उम्र की तस्दीक कर रही है। इससे पूर्व उनके द्वारा बाल विवाह के दो प्रकरण ग्राम सिल्ली में और दो मुरलीडीह गांव में पहुंचकर रोका जा चुका है। वहीं आज थाना मुख्यालय मुलमुला में 14 वर्ष की कच्ची उम्र की लड़की वैवाहिक बंधन में बंधने से बच गई।


