यातायात पुलिस ने 33 स्कूली वाहनों को चालान किया
परिवहन विभाग के जिला अधिकारियों की टीम व भाटापारा यातायात शाखा के व्दारा संयुक्त रूप से कार्यवाही करते हुए सोमवार को 33 स्कूली वाहनों पर लगभग 10-10 हजार रूपये का चालान बनाया

भाटापारा। परिवहन विभाग के जिला अधिकारियों की टीम व भाटापारा यातायात शाखा के व्दारा संयुक्त रूप से कार्यवाही करते हुए सोमवार को 33 स्कूली वाहनों पर लगभग 10-10 हजार रूपये का चालान बनाया प्राप्त जानकारी के अनुसार सोमवार को आरटीओ के व्दारा विषेष दस्ता तैयार कर लगभग 54 स्कूल वेन में से 33 स्कूल वाहनों पर चालान किया जिसके चलते पालकों के साथ विदयार्थीयों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पडा यह सभी वाहन निजी है
जिसके माध्यम से नौकरी पेशा या अपने बच्चो को स्कूल तक न छोड़ पाने वाले लोग इन वाहनों में अपने बच्चो को प्राईवेट स्कूल भेजा करते है मगर परिवहन विभाग की कार्यवाही ने वाहन मालिकों के होश उड़ा दिये वाहन मालिको का कहना है स्कूलप बंधन या आरटीओ के व्दारा हमें पहले से सूचना नहीं दी गई अगर हमें पूर्व में ही आगाह कर दिया जाता तो आज हमें और पालकों को इस मुसीबत का सामना नहीं करना पड़ता।
इस कार्यवाही के दौरान आरटीओ अधिकारी लकडा उडनदस्ता प्रभारी विजय निकुंज ,भाटापारा यातायात प्रभारी आर बी भगत ने बताया कि चेकिंग के दौरान उक्त वाहनों के चालको के पास से न तो स्कूली बच्चे लाने ले जाने का परमीट मिला और न ही स्कूल प्रबंधन से लिखा किसी प्रकार का अनुबंध पत्र मिला है अधिकारियों का कहना है यदि स्कूल में वाहन चलाना है तो परमिट व स्कूल का अनुबंध आवष्यक है यदि इसके बिना कोई भी वाहनमालिक अपने वाहन का इस्तेमाल बच्चे ले जाने में करता है तो फिर से चालानी कार्यवाही की जावेगी फिरहाल तो उक्तसभी वाहनों को ग्रामीण थाना परिसर में खडा कर दिया गया है और दूसरे दिन बलौदाबाजार परिवहन विभाग पहुंचकर चालान जमा करने कहा गया।
मंगलवार की सुबह समस्त स्कूली वाहन चालको व वाहन मालिको ने बिजली आफिस चौक पर अन्य वाहन का रास्ता रोकना प्रारंभ कर दिया जिसकी जानकारी शहर थाना प्रभारी महेषध्रुव को दी गई जानकारी मिलते ही ध्रुव ने स्टाफ के साथ उक्त स्थान पर पहुंचकर चालको व मालिको को शांत रहने सलाह दी औरसभी को आरटीओ आफिस जाकर अपनी षिकायते रखने का प्रस्ताव रखा जिस पर समस्त लोगों सहमति जाहिर की और अवरूद्ध आवागमन को फिर से सुचारू रूप से चलने दिया।
प्रबंधक का जवाब
10 सितम्बर को परिवहन विभाग से लेटर जारी हुआ और आज 23 सितम्बर को प्राप्त हुआ जिसके कारण स्कूली वेन मालिकों को सूचना नहीं मिल पाई।


