दुमका में ट्रैक्टर चोर गिरोह का भंडाफोड़, सरगना समेत दस गिरफ्तार
झारखंड की दुमका जिला पुलिस ने ट्रैक्टर सहित वाहन चोरी के बड़े गिरोह का उद्भेदन करते हुए मुख्य सरगना समेत दस अपराधियों को गिरफ्तार लिया है।

दुमका। झारखंड की दुमका जिला पुलिस ने ट्रैक्टर सहित वाहन चोरी के बड़े गिरोह का उद्भेदन करते हुए मुख्य सरगना समेत दस अपराधियों को गिरफ्तार लिया है।
पुलिस अधीक्षक अंबर लकड़ा ने गुरुवार को यहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन में बताया कि दुमका जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में हाल के दिनों में ट्रैक्टर चोरी की कई मामले दर्ज किये गये। इस बीच 23 मई की रात में दुमका मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के भाड़ुडीह गांव से नगर थाना क्षेत्र के राखाबनी रसिकपुर गांव निवासी राजेन्द्र पंडित का ट्रैक्टर चोरी हो गया। इस सिलसिले में 24 मई को दुमका मुफ्फसिल थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी। जिले में ट्रैक्टर चोरी की बढ़ती घटनाओं को गम्भीरता से लेते हुए उनके निर्देश पर गिरोह का भंडाफोड़ करने के लिए पुलिस की विशेष टीम गठित की गयी।
श्री लकड़ा ने बताया कि टीम ने कांड के अनुसंधान में तेजी लाने के साथ छापामारी शुरू की। अनुसंधान के क्रम में गुप्त सूचना के आधार पर जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के असहना गांव निवासी नवीन कुमार सिंह को हिरासत मे लेकर कड़ाई से पूछताछ की गयी तो उसने अपना अपराध कबूल करने के साथ ही बताया कि एक संगठित गिरोह बनाकर ट्रैक्टर की चोरी करने के बाद उसे ठिकाने लगाया जाता है। उसके खुलासे के आधार पर टीम ने अलग-अलग स्थानों पर छापामारी कर गिरोह के मुख्य सरगना जिले के रामगढ़ थाना क्षेत्र के ठाड़ीहाट गांव निवासी चुनचुन कुंवर, जरमुंडी थाना के रंजन अमडाकुंडा के उत्तम मांझी उर्फ़ मुंडा के साथ अलग-अलग थाना क्षेत्र के विभिन्न गांवों के निवासी रहीम अंसारी, जुगल मंडल, परमेश्वर मांझी उर्फ परदेशी, किशोर कुमार कापरी, जयकान्त यादव, शम्भू कुमार मांझी और दिलीप मांझी समेत दस चोरों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गिरफ्तार अपराधियों की निशानदेही पर पुलिस टीम ने विभिन्न स्थानों पर छापामारी कर चार ट्रैक्टर, एक मोटरसाइकिल और पेंट करने वाली मशीन सहित लगभग 25 लाख रुपये मूल्य की पूर्व मे चुराए गए सामान बरामद किया है। उन्होंने बताया कि ट्रैक्टर चोरी करने के बाद फर्जी कागज बनाकर तथा वाहन का रंग बदल कर दूसरे को बेचने का यह गौरखधंधा तीन भागों में बंटा था। अनुसंधान के क्रम में यह तथ्य सामने आया कि पहले भाग में गिरोह का सरगना नवीन कुमार सिंह का गिरोह है, जो ट्रैक्टर चोरी करता है। दूसरे में उत्तम कुमार मांझी उर्फ मुंडा तथा मनीष कुमार यादव का गिरोह है जो चोरी के ट्रैक्टर को सस्ते दाम पर खरीदता है और अपने गिरोह के सदस्य प्रदीप यादव, किशोर कापड़ी, जुगल मंडल, परमेश्वर मांझी उर्फ परदेशी तथा गंगाधर मांझी के सहयोग से ट्रैक्टर ऊंचे दाम पर बिहार समेत दूर-दराज के इलाकों में बेच देता है। तीसरे, गिरोह में शामिल अपराधी लगभग सात-आठ लाख रुपये के ट्रैक्टर को एक-डेढ़ लाख रुपये में खरीदते तथा चोरी छुपे चलाते हैं।
श्री लकड़ा ने बताया कि चुनचुन कुंवर और उत्तम कुमार मांझी उर्फ़ मुंडा का अपराधिक रिकॉर्ड रहा है तथा इसके विरुद्ध वारंट निर्गत है। उन्होंने कहा कि इस गिरोह का उद्भेदन और अनुसंधान में उल्लेखनीय सफलता हासिल करने वाली टीम में शामिल पुलिस अधिकारी एवं कर्मियों को पुरस्कृत करने की अनुशंसा राज्य मुख्यालय में की जायेगी।


