नई दिल्ली स्टेशन पर बदली जाएंगी पटरियां, बंद होगा सैंकड़ों रेलगाड़ियों का आवागमन
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर बीती रात मडुहाडीह एक्सप्रेस के पटरी से उतरने के बाद उसे देर रात ही रवाना कर दिया गया, लेकिन अब रेलवे ने तय किया है कि वह सभी स्टेशनों पर बिछी पटरियों को दुरूस्त करेगी

नई दिल्ली। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर बीती रात मडुहाडीह एक्सप्रेस के पटरी से उतरने के बाद उसे देर रात ही रवाना कर दिया गया, लेकिन अब रेलवे ने तय किया है कि वह सभी स्टेशनों पर बिछी पटरियों को दुरूस्त करेगी। इसके लिए अगले छह माह में डेढ़ माह तक एक पटरी पर रेलगाड़ियों की आवाजाही नहीं होगी और ऐसे ही एक एक कर सभी सोलह प्लेटफार्म पर बिछ़ी लाइनों को बदला जाएगा ताकि रेलगाड़ियों के पटरी से उतरने के हादसों को रोका जा सके।
इस बाबत आज बातचीत में उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक विश्वेष चौबे ने बताया कि यह कार्य प्लेटफार्म नंबर दो से शुरू किया जा चुका है और अब इसे सात जनवरी को खोलने की तैयारी है।
बता दें कि प्लेटफार्म नंबर दो नवम्बर माह से बंद है और सात जनवरी के बाद इस पर रेलगाड़ियों की आवाजाही शुरू होगी।
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर रोजाना करीबन 360 रेलगाड़ियों की आवाजाही होती है जिसमें कुछ यहां समाप्त होती हैं तो कुछ यहां से बनकर चलती हैं जबकि कई रेलगाडिय़ां यहां से गुजर कर आगे देश के अन्य हिस्सों में जाती हैं।
करीबन पांच लाख यात्रियों की रोजाना आवाजाही दर्ज करने वाले नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर सोलह प्लेटफार्म हैं और रेलयात्रियों की असुविधा को ध्यान में रखते हुए यहां आने वाली अधिकांश शताब्दी, राजधानी एक्सप्रेस रेलगाड़ियों को आनंद विहार, निजामुद्दीन व पुरानी दिल्ली से चलाया जाएगा। श्री चौबे ने बताया कि पूर्वी भारत के लिए आनंद विहार व पश्चिमी भारत की ओर जाने वाली रेलगाड़ियों को निजामुद्दीन से अस्थायी तौर पर चलाया जाएगा। हालंाकि पूरी कवायद में कितनी रेलगाडिय़ां प्रभावित होंगी यह प्रक्रिया अभी पूरी तरह से तय नहीं हो सकी है।
उन्होंने स्वीकारा कि नई दिल्ली से अधिकांश शताब्दी, राजधानी रेलगाडिय़ां चलती हैं अथवा समाप्त होती हैं इसलिए यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए ही फैसला लिया जाएगा। रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अश्वनी लोहानी ने भी बीती रात यहां दौरा कर निर्देश दिया कि पटरियों की हालत देखते हुए तुरंत इन्हें बदलने का काम शुरू किया जाए। उन्होने बताया कि समयपालन को सुधारने के लिए जरूरी है कि पटरियों को दुरूस्त रखा जाए। क्योंकि यदि 10 किलोमीटर की रफ्तार पर गाड़ी गिर रही है तो यह जरूरी हो जाता है कि पूरी व्यवस्था को अविलंब सुधारा जाए।


