टोंगा : चक्रवात 'गीता' से संसद भवन जमींदोज
प्रशांत महासागरीय देश टोंगा की संसद की 100 वर्ष पुरानी इमारत मंगलवार को पिछले साठ वर्षो के सबसे विध्वंसकारीचक्रवात 'गीता' की चपेट में आकर जमींदोज हो गई

नुकुआलोफा। प्रशांत महासागरीय देश टोंगा की संसद की 100 वर्ष पुरानी इमारत मंगलवार को पिछले साठ वर्षो के सबसे विध्वंसकारीचक्रवात 'गीता' की चपेट में आकर जमींदोज हो गई। बीबीसी की रपट के अनुसार चौथी श्रेणी का तूफान गीता द्वीप पर रातभर कहर बरपाता रहा जिससे काफी नुकसान हुआ।
तेज हवाओं के कारण बिजली के तार टूटकर सड़क पर गिर गए और कई घरों से छतें उड़ गईं।
तूफान आने से पहले सरकार ने आपातकाल घोषित कर दिया था और सुरक्षित स्थानों पर राहत केंद्र स्थापित कर दिए थे जहां हजारों लोगों ने रात काटी।
एक प्रत्यक्षदर्शी ने न्यूजीलैंड रेडियो को बताया कि हवा बहुत भयानक रूप से चल रही थी। उसकी गर्जना बहुत तेज थी। उसने बताया कि वह छतों के उड़ने की आवाज सुन सकता था।
इंग्लैंड के मौसम विभाग के अनुसार टोंगा के प्रमुख द्वीपों को प्रभावित करने वाला यह तूफान आधुनिक आंकड़ों के अनुसार (टोंगा में आया) सबसे शक्तिशाली था। इस दौरान 200 किलोमीटर प्रति घंटा से भी तेज गति से हवा चली।
प्रशांत महासागर में न्यूजीलैंड के उत्तर में और फिजी के पूर्व में स्थित टोंगा 170 से भी ज्यादा द्वीपों से मिलकर बना है।
फिजी की तरफ बढ़े 'गीता' के मंगलवार को उसके सबसे शक्तिशाली स्तर 'श्रेणी पांच' में आने की आशंका है।


