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तिरुमला स्टेशन के कायाकल्प की अड़चन दूर, नयी निविदा जल्द

 आँध्र प्रदेश के तिरुमला स्थित तिरुपति बालाजी मंदिर से महज 77 किलोमीटर दूर और मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सर्वप्रमुख विकल्प तिरुपति रेलवे स्टेशन के कायाकल्प एवं विस्तार में आ रही अड़चन अब दूर हो

तिरुमला स्टेशन के कायाकल्प की अड़चन दूर, नयी निविदा जल्द
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तिरुमला । आँध्र प्रदेश के तिरुमला स्थित तिरुपति बालाजी मंदिर से महज 77 किलोमीटर दूर और मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सर्वप्रमुख विकल्प तिरुपति रेलवे स्टेशन के कायाकल्प एवं विस्तार में आ रही अड़चन अब दूर हो गयी है तथा इसके लिए नये सिरे से निविदा जल्द जारी की जायेगी।

रेल भूमि विकास प्राधिकरण (आरएलडीए) के मुख्य परियोजना अधिकारी (दक्षिण मध्य रेलवे) सत्यनारायण राजू ने बताया कि तिरुपति रेलवे स्टेशन के कायाकल्प की परियोजना के लिए फरवरी में जारी निविदा पर नगर निगम की कुछ आपत्तियाँ थीं। इस कारण निविदा को स्थगन में रखा गया था। लेकिन अब उन आपत्तियों का समाधान कर लिया गया है तथा जल्द ही नये सिरे से निविदा जारी की जायेगी।

उन्होंने बताया कि पहले जो निविदा जारी की गयी थी उसमें रेलवे स्टेशन के दक्षिण में सात मीटर चौड़ी सड़क बनाने का प्रावधान था जबकि नगर निगम के मास्टर प्लान के हिसाब से वहाँ 18 मीटर चौड़ी सड़क बननी है। अब रेलवे 17 मीटर चौड़ी सड़क के निर्माण के लिए तैयार हो गया है जिनमें 3.75 मीटर के चार लेन होंगे। अगले एक-दो दिन में नगर निगम के समक्ष नया मॉडल रखा जायेगा। ये मॉडल आरएलडीए और एनबीसीसी ने मिलकर तैयार किये हैं।

उन्होंने बताया कि फरवरी में जारी निविदा के लिए तीन प्रस्ताव मिले थे, लेकिन मॉडल में बदलाव के कारण अब नयी निविदा जारी करनी होगी।

गुंटकल रेलवे डिविजन, जिसके तहत तिरुपति स्टेशन आता है, के डिविजनल प्रबंधक आलोक तिवारी ने बताया कि अगले साल मार्च तक निविदा प्रकिया पूरी होने और कार्य आवंटन तथा तीन साल में यानी मार्च 2023 तक काम पूरा होने की उम्मीद है। रोजाना 50 हजार से एक लाख के बीच श्रद्धालु बालाजी मंदिर में भगवान वेंकटेश्वर के दर्शन के लिए आते हैं। स्टेशन पर विस्तार कार्य पूरा होने के बाद उसकी क्षमता बढ़कर एक लाख यात्रियों की हो जायेगी।

उन्होंने कहा कि तिरुपति रेलवे स्टेशन के कायाकल्प के बाद वहाँ यात्रियों को किसी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे जैसी सुविधाएं मिलेंगी। यह देश का पहला रेलवे स्टेशन होगा जहाँ ट्रेन से आने वाले यात्रियों के निकलने और ट्रेन पकड़ने के लिए जा रहे यात्रियों के प्रवेश के रास्ते अलग-अलग होंगे। ट्रेन की प्रतीक्षा कर रहे यात्री पहली मंजिल पर बने 32 मीटर x 110 मीटर के प्रतीक्षा क्षेत्र में रहेंगे और ट्रेन के आने की घोषणा होने के बाद ही नीचे प्लेटफॉर्म पर जायेंगे। इससे प्लेटफॉर्म पर भीड़ कम होगी।

उन्होंने बताया कि निजी सरकारी भागीदारी के आधार पर 562.5 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किये जाने वाले इस रेलवे स्टेशन पर मल्टीप्लेक्स प्लाजा, दो होटल, दो बड़ी पार्किंग, कई दुकानें तथा व्यावसायिक केंद्र होंगे। स्टेशन के मौजूदा क्षेत्र में 11.5 लाख वर्ग फुट जोड़े जायेंगे। इनमें 4.5 लाख वर्ग फुट ट्रेनों के परिचालन तथा यात्री सुविधा के लिए, पाँच लाख वर्ग फुट व्यावसायिक इस्तेमाल के लिए और दो लाख वर्ग फुट पार्किंग के लिए होंगे।


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