ईस्टर्न पेरीफेरल को यमुना से जोड़ने में अभी लगेगा समय
ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस- वे का उदघाटन रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया है

ग्रेटर नोएडा। ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस- वे का उदघाटन रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया है। उद्घाटन होने के बाद अब एक्सप्रेस-वे पर वाहन फर्राटा भरना शुरू कर देंगे।
एक्सप्रेस-वे के बनने से गौतमबुद्धनगर जिले को इसका सबसे ज्यादा फायदा मिलेगा। एक्सप्रेस-वे 40 किलोमीटर जिले से होकर गुजर रहा है। ईर्स्टन पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे से यमुना एक्सप्रेस वे पर चढ़ने-उतरने के लिए बनने वाले इंटरचेंज की बाधाएं जल्द दूर हो जाएंगी। यमुना प्राधिकरण ने जमीन देने के लिए हरी झंडी दे दी है। अब शासन स्तर पर इसका फैसला होना है। जल्द ही इसके लिए बैठक होगी।
इंटरचेंज को बनने में 6 महीने का समय लगेगा। अधिकारियों के मुताबिक, 14 जून तक इस पर कोई टोल टैक्स नहीं लगेगा। ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे से यमुना सिटी और प्रस्तावित जेवर एयरपोर्ट को सबसे अधिक फायदा मिलेगा। इसके लिए स्पोर्ट्स सिटी के पास यमुना एक्सप्रेस के लिए इंटरचेंज बनाया जाना है।
यमुना प्राधिकरण ने इसके लिए जमीन देने की हामी भर दी है। शासन को इसका प्रस्ताव भेजा गया है। एनएचएआई के अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही इसको लेकर बैठक होगी। इसमें इंटरचेंज की जमीन पर सहमति हो जाएगी। उम्मीद है कि जल्द ही इसका निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर किशोर कनियाल ने बताया कि इंटरचेंज की जमीन फाइनल होने के बाद काम शुरू कर दिया जाएगा। इसको बनाने में छह महीने का समय लगेगा। इसके निर्माण पर 50 से 60 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इसके बन जाने से यमुना एक्सप्रेस वे और यमुना सिटी के लोगों को फयदा मिलेगा। साथ ही गाजियाबाद, मेरठ, बुलंदशहर आदि शहरों से आगरा जाने वालों को भी फायदा मिलेगा।
ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे से यमुना एक्सप्रेस-वे पर चढ़ने-उतरने के लिए बनने वाले इंटरचेंज की बाधाएं जल्द दूर हो जाएंगी। यमुना प्राधिकराण ने जमीन देने के लिए हरी झंडी दे दी है। अब शासन स्तर पर इसका फैसला होना है। जल्द ही इसके लिए बैठक होगी। इंटरचेंज को बनने में 6 महीने का समय लगेगा। अधिकारियों के मुताबिक, 14 जून तक इस पर कोई टोल टैक्स नहीं लगेगा।


