विधायक पुत्र पर मेहरबान खाकी
टीकमगढ़ ! बीती 13 मार्च को जिला मुख्यालय से करीब 7 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम पंचायत बड़ोरा घाट के ग्राम सुनौरा खिरिया में विधायक केके श्रीवास्तव के पुत्र सिद्धार्थ उर्फ बिट्टू द्वारा साथियों के साथ

टीकमगढ़ ! बीती 13 मार्च को जिला मुख्यालय से करीब 7 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम पंचायत बड़ोरा घाट के ग्राम सुनौरा खिरिया में विधायक केके श्रीवास्तव के पुत्र सिद्धार्थ उर्फ बिट्टू द्वारा साथियों के साथ मिलकर महिला के साथ छेड़छाड़ की कोशिश करने के दौरान विरोध करने पर परिजनों व ग्रामवासियों के साथ मारपीट की घटना को अंजाम दिया गया। इस घटनाक्रम के पश्चात देहात थाने में शिकायत दर्ज कराने पहुंची महिला और ग्रामीणों से लिखित में आवेदन लेकर मामला रफादफा करने का प्रयास किया गया लेकिन, कांग्रेसी नेताओं और पत्रकारों की सक्रियता के चलते देहात थाना पुलिस को मामला कायम करने के लिए बाध्य होना पड़ा।
हालांकि, पुलिस अधिकारियों ने छेड़छाड़ के मामले में लीपापोती कर दोनो पक्षों के खिलाफ सामान्य धाराओं के तहत प्रकरण कायम करते हुए विधायक पुत्र की कारगुजारी पर पर्दा डाल दिया। यह मामला सत्ताधारी दल के विधायक पुत्र से जुड़ा होने के कारण पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी गरीब पीडि़त ग्रामीणों की आवाज दबाने में कोई कसर नहीं छोड़ी । 15 मार्च की दोपहर पीडि़त महिला सहित उसके परिजनों को देहात थाने लाने के लिए पुलिस बल भेज दिया गया। ग्राम सुनौरा खिरिया पहुंचे पुलिस के जवानों ने पीडि़त महिला व उसके परिजनों को देहात थाने लेकर महिला द्वारा छेड़छाड़ की घटना से इंकार करने के लिए दबाव डाला लेकिन, महिला सारे दबावों को दरकिनार कर घटना की पुष्टि करती रही। महिला से पूछताछ करने के बहाने एसडीओपी नीतेश भार्गव व एक महिला पुलिस कर्मी दबाव बनाते रहे।
फार्म हाऊस में शराबखोरी से परेशान ग्रामवासी : करीब 30 घरों का यादव बाहुल्य गांव सुनौरा खिरिया विधायक केके श्रीवास्तव के फार्म हाऊस पर प्रतिदिन शराबखोरी होती है। ग्रामवासियों जयसिंह यादव, चंद्रभान ठाकुर, कैलाश यादव, नंदकिशोर यादव, कालीचरण यादव, रामस्वरुप यादव, रामकिशन यादव व भैयाराम यादव ने बताया कि कभी विधायक स्वयं अपने दोस्तों के साथ आकर यहां पार्टी मनाते हैं तो कभी इनके पुत्र अपने साथियों के साथ आकर मौज करते हैं। उनका कहना है कि लगभग चार माह पूर्व भी विधायक पुत्र द्वारा ग्रामवासी जयसिंह यादव के घर में प्रवेश कर उसे धमकाकर गाली-गलौच की गई थी। इस मामले में गांव पहुंची देहात थाना पुलिस ने मामला समझा बुझाकर शांत कर दिया था।
गांववासियों का कहना है कि यदि उसी समय विधायक पुत्र पर मामला कायम कर लिया जाता तो आज यह इस प्रकार की हरकत नहीं करते।
इनका कहना है
कानून सबके लिए बराबर है, मामले की जांच की जा रही है। जांच के दौरान जो भी तथ्य व सत्य सामने आएगा उसी के अनुसार कार्रवाई की जाएगी। महिला व उसके परिजनों को बयान दर्ज कराने के लिए थाने बुलाया गया था। दबाव डालने जैसे आरोप बेबुनियाद हैं।
आरपी चौधरी, देहात थाना
निरीक्षक टीकमगढ़


