नाटक-गीत के जरिए लोगों को करेंगे जागरुक
स्वच्छता सर्वेक्षण में बेहतर स्थान पाने के लिए स्थानीय निकायों ने पूरी ताकत झोंक दी है

नई दिल्ली। स्वच्छता सर्वेक्षण में बेहतर स्थान पाने के लिए स्थानीय निकायों ने पूरी ताकत झोंक दी है। इसी कड़ी में नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) ने प्रथम स्थान पाने के लिए सघन स्वच्छता अभियान की शुरुआत की है।
दो जनवरी 2018 तक चलने वाले इस अभियान के तहत स्वच्छता के लिए जनभागीदारी को सुनिश्चित करने का कार्य शुरू किया जाएगा। रविवार को नई दिल्ली नगरपालिका परिषद के मुख्य स्वास्थ्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. पी.के शर्मा ने स्वच्छता के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने के लिए गोल मार्केट स्थित काली बाड़ी मार्ग पर स्थित झुग्गी-झोपड़ी क्षेत्र में लगी प्रदर्शनी का उद्घाटन किया।
परिषद के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि स्वच्छता को लेकर जागरूकता के लिए ऐसी प्रदर्शनी का आयोजन विभिन्न प्रमुख स्थानों पर होगा। नाटक और गीत के जरिए भी विभिन्न जगह पर जागरूकता अभियान चलाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि सघन स्वच्छता अभियान काली बाड़ी मार्ग की झुग्गी-बस्ती, गोल मार्केट के अधिकारी और कर्मचारी क्वार्टर्स, मंदिर मार्ग की वाल्मीकि बस्ती, बंगाली मार्केट, पिलंजी गांव, संजय कैंप, रेसकोर्स का बीआर कैंप, काका नगर और बापा नगर में विशेष रूप से चलाया जाएगा।
अधिकारी ने कहा कि हमारी कोशिश है कि निगम को स्वच्छता सर्वेक्षण 2018 में प्रथम स्थान पालिका परिषद को मिल सके। गौरतलब है कि केंद्र सरकार के पिछले वर्ष नई दिल्ली नगरपालिका परिषद को उत्तरीय क्षेत्र में पहला स्थान और पूरे देश में सातवां स्थान मिला था। अगले माह 4 जनवरी 2018 को केंद्र सरकार के पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय की ओर से स्वच्छता सर्वेक्षण 2018 आयोजित किया जाएगा। पिछले कार्यकाल में नगर निगम ने सफाई व्यवस्था सुदृढ़ करने के लिए स्टील के कूड़ेदान लगाने का सिलसिला शुरू किया था।
तत्कालीन निगम पार्षदों ने अपने-अपने इलाकों में इन पर अपने नाम लिखवा इन्हें लगवाया भी। मगर कई वार्ड में बड़ी ही कलाकारी से यह काम किया गया। पहले जोर शोर से अधिकारियों संग निगम पार्षद जनता के बीच स्टील के कूड़ेदान लगाने पर नारियल फोड़ देते थे। मगर कुछ ही दिन के बाद यह कूड़ेदान गायब हो जा रहे थे। तर्क दिया जाता था चोरी हो गया लेकिन हकीकत में चोरी नहीं हो रहे हैं अपितु कुछ पार्षद और अधिकारियों की नीति और नीयत में ही खोट था।
एक इलाके में लगाते तो दूसरे इलाके के लोग भी अपने इलाके के लिए ऐसे कूड़ेदान की मांग उठाने लग जाते। मगर इनकी सीमित संख्या के चलते पार्षद असहाय नजर आते। तब वोट बैंक की ङ्क्षचता में वह अधिकारियों की मार्फत यहां से हटा दूसरी जगह लगा का खेल चलाते रहे। एक ही कूड़ेदान कई-कई जगह उखाड़ और लगाने में काम आ रहा था।
स्वच्छता अभियान ने लिया जन आंदोलन का रूप : गुप्ता
स्वच्छता अभियान को सफल बनाने के लिए व्यक्तिगत प्रयास के साथ-साथ सामूहिक प्रयास की भी जरूरत है। दक्षिणी दिल्ली नगर निगम स्थायी समिति के अध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता ने बताया कि स्वच्छता अभियान के तहत विभिन्न अवसरों पर आयोजित होने वाले जागरूकता कार्यक्रम के नतीजे उत्साहजनक हैं।
अब हमारी कोशिश है कि इस अभियान से सामाजिक संगठनों को भी जोड़ा जाए। राजनगर पालम कॉलोनी में आयोजित कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि सामाजिक संगठनों को भी इस बाबत अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए। कार्यक्रम के दौरान क्षेत्र के सामाजिक संगठनों को बड़े आकार का कूड़ेदान दिया गया।
ये कूड़ेदान मंदिरों व अन्य धाॢमक स्थानों के साथ बाजारों, धर्मशाला व अन्य ऐसे जगहों पर रखे जाएंगे जहां लोगों की आवाजाही बड़े पैमाने पर होती है। इस अवसर पर नजफगढ़ जोन के चेयरमेन मुकेश सूर्यान, जोन के उपायुक्त संजीव कुमार व अन्य लोग उपस्थित थे।जिससे लगाने का नाम भी हो जाए और गायब होने का नाटक भी।


