भारत जोड़ो यात्रा के जरिए लोगों की भावना आ रही है देश के सामने : राहुल
कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने हम जनता के लिए क्या करने जा रहे हैं

दौसा। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने हम जनता के लिए क्या करने जा रहे हैं, यह ज्यादा जरूरी बताते हुए कहा है कि देश में महंगाई, बेरोजगारी एवं नफरत के मुद्दों को लेकर कन्याकुमारी से कश्मीर तक देश को जोड़ने के लिए भारत जोड़ो यात्रा निकाली जा रही हैं और इसके जरिए लोगों की भावना देश के सामने आ रही है।
श्री राहुल गांधी ने राजस्थान में यात्रा के दसवें दिन दौसा जिले में प्रवेश करने के बाद शाम को बिलोना कलां में जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इन मुद्दों के कारण देश कमजोर हो रहा है और इस कमजोरी का फायदा देश के दुश्मन उठायेंगे और इसका फायदा देश का भला नहीं चाहने वाले उठा रहे हैं। इसलिए हमने देश को जोड़ने की यात्रा कन्याकुमारी से श्रीनगर तक निकालने का फैसला लिया और यह श्रीनगर में तिरंगा फहराने की यात्रा हमने शुरू की है और यह यात्रा श्रीनगर तक जाएगी।
उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी एवं राजीव गांधी ने यह किया, वो शहीद हुए, उन्होंने जो करना था किया और अच्छा किया। मगर कांग्रेस पार्टी को हर मीटिंग में ये दोहराना नहीं चाहिए। देखिए महात्मा गांधी ने जो किया, वो कर दिया। श्री जवाहर लाल नेहरू, श्री सरदार पटेल ने जो किया, कर दिया, वो अच्छा है। मगर हमें ये बोलना चाहिए कि हम जनता के लिए क्या करने जा रहे हैं, ये ज्यादा जरूरी है।
श्री राहुल गांधी ने कहा कि वह दो तीन चीजें कहना चाहते कि यह यात्रा हमने शुरू की, इसका लक्ष्य भारत को जोड़ने का था। कन्याकुमारी से कश्मीर, ये यात्रा चलेगी और ये दो-तीन मुद्दों को उठाने के लिए हम चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तान के 100 सबसे अमीर लोगों के पास उतना ही धन है, जितना हिन्दुस्तान के 55 करोड़ लोगों के हाथ में है। हिन्दुस्तान का आधा धन सिर्फ 100 लोगों के पास है और इन 100 लोगों के लिए हिन्दुस्तान चलाया जाता है, अगर आप उससे भी गहराई में जाना चाहते हैं तो आप उन 100 लोगों को भी छोड़ दीजिए।
उन्होंने कहा कि उनमें से 4-5 ऐसे लोग हैं, जिनको आज आप हिन्दुस्तान के महाराजा कह सकते हो, राजा कह सकते हो। पूरी की पूरी सरकार, पूरा मीडिया, सारे ब्यूरोक्रेटस इनके इशारे से काम करते हैं, प्रधानमंत्री नरेंन्द्र मोदी भी इन्हीं के इशारे से काम करते हैं, जो ये कहते हैं वो श्री मोदी करते हैं।
उन्होंने कहा “नोटबंदी, यह पॉलिसी नहीं है, यह हथियार है। यह हिन्दुस्तान के छोटे व्यापारियों को, मिडिल साईज बिजनेस चलाने वालों को, ये दुकानदारों को खत्म करने का हथियार है। दूसरा हथियार- गलत जीएसटी। आज मुझे सड़क पर बताया गया कि अगर कोई व्यापारी गुड़, बेसन अगर 25 किलो से कम बेचता है, तो उस पर जीएसटी लागू हो जाती है, मगर यदि 25 किलो से ज्यादा बेचता है, उस पर जीएसटी नहीं लगती।
तो जहां भी ये छोटे व्यापारियों को खत्म कर सकते हैं ये पूरा का पूरा दम लगाकर कर देते हैं। लक्ष्य है कि जो हिन्दुस्तान के छोटे व्यापारी हैं, जो देश को रोजगार देते हैं, इनको समाप्त कर दिया जाए और हिन्दुस्तान के सबसे बड़े तीन-चारपूँजीपतियों को देश का पूरा का पूरा धन दे दिया जाए।
इसका नतीजा है कि देश युवाओं को रोजगार नहीं दे पा रहा है।


