एफआर लगाने के तीन साल बाद पुलिस ने खोला हत्या का राज
कोतवाली सेक्टर-39 पुलिस ने 2015 में हुई एक हत्या का खुलासा किया। शव की शिनाख्त नहीं होने पर फेज-2 थाने ने मामले में एफआर लगा दी थी

नोएडा। कोतवाली सेक्टर-39 पुलिस ने 2015 में हुई एक हत्या का खुलासा किया। शव की शिनाख्त नहीं होने पर फेज-2 थाने ने मामले में एफआईआर लगा दी थी। हत्या मृतक की पत्नी ने की थी। इसमें साथ उसके चचेरे साढू व उसके साथी ने दिया।
घटना के तीन साल बाद पुलिस ने पूछताछ के लिए उसकी पत्नी को हिरासत में लिया। जिसके बाद घटना का खुलासा हो सका। मामले में आरोपी पत्नी व उसके साथी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। जबकि चचेरा साढ़ू मौके से फरार है। गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।
कोतवाली सेक्टर-39 प्रभारी अवनीश दिक्षित ने बताया कि मिंटू शिवसरण अपने पत्नी कांती के साथ रहता था। 16 दिसम्बर 2015 को मिंटू की लाश सेक्टर-82 स्थित गंदे नाले की पुलिया के पास पड़ी मिली। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या की वजह दम घुटने से हुई थी। उस दौरान फेज-2 थाने में मुकदमा दर्ज हुआ। पूछताछ के लिए कई लोगों को हिरासत में लिया गया। लेकिन शव की शिनाख्त नहीं हो सकी।
ऐसे में मामले में आईओ द्वारा एफआर लगाकर केस को बंद कर दिया गया। एफआर लगने के बाद मिंटू के बड़े भाई ने मिंटू की पत्नी पर हत्या का शक जाहिर करते हुए अदालत से केस रि ओपन करने की गुहार लगाई। जिसके बाद अदालत ने कोतवाली सेक्टर-39 में मुकदमा दर्ज कर जांच के आदेश दिए। कोतवाली प्रभारी अवनीश दिक्षित ने बताया कि मामले में मिंटू की पत्नी को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया। पूछताछ में कांती ने बताया कि उसके चचेरे साढू आलोक के साथ नाजायज संबंध थे। यह बात मिंटू को पता चल गई थी। यही नहीं उसने एक बार हमे देख लिया था। जिसके बाद कांती ने आलोक व साथी जितेंद्र के साथ मिलकर मिंटू की हत्या का प्लान बनाया।
16 दिसंबर को उसे नौकरी दिलाने के बाद बाहर ले गए। रात में उसका गलाघोटकर उसकी हत्या कर दी। उसे नाले के पास पुलिया पर छोड़कर चले गए। फिलहाल तीन साल बाद मामले का खुलासा कर आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।
दो दिन बाद दर्ज कराई गुमशुदगी
हत्यारोपी इतने शातिर थे कि इन्होंने पहले पहचान छिपाने के लिए मिंटू के सिर को बुरी तरह से खराब कर दिया। इसके दो दिन बाद कोतवाली सेक्टर-39 में मिंटू की गुमशुदगी दर्ज कराई। ताकि इन लोगों पर पुलिस को शक न हो।


