रिहायशी इलाके से तीन ट्रक पटाखों का जखीरा जब्त
जिला मुख्यालय के रिहायशी इलाके से पटाखे का जखीरा बरामद किया गया है

जांजगीर। जिला मुख्यालय के रिहायशी इलाके से पटाखे का जखीरा बरामद किया गया है। क्राइम ब्रांच ने सोमवार को यह कार्रवाई की। पटाखों का इतना अधिक भंडारण था कि कार्रवाई करने में पुलिस का पसीना छूट गया। टीम ने सुबह दबिश दी और देर शाम तक पटाखों की जब्ती की कार्रवाई चलती रही।
कुल तीन ट्रक पटाखे इस गोदाम से मिले। व्यापारी ने क्षमता से कई गुना अधिक माल का भंडारण कर रखा था। सबसे खास बात यह है कि सारा माल रिहायशी इलाके में स्टेशन रोड स्थित मकान में था। व्यापारी का आवास और इलेक्ट्रिकल्स दुकान भी इसी मकान में है। ऐसे में एक चिंगारी किसी बड़ी दुर्घटना को अंजाम दे सकती थी।
शहर के स्टेशन रोड में पवन इलेक्ट्रिकल्स दुकान है। दुकान संचालक पवन अग्रवाल ने पटाखा भंडारण का भी लाइसेंस ले रखा है। लाइसेंस 6 क्विंटल भंडारण का है लेकिन दुकान संचालक द्वारा अवैध ढंग से कई गुना अधिक पटाखे का भंडारण कर रखा गया था। इसकी शिकायत लंबे समय से पुलिस को मिल रही थी। एसपी अजय यादव को फिर मुखबिर से सूचना मिली जिसे उन्होंने गंभीरता से लिया और डीएसपी जितेंद्र चंद्राकर और क्राइम ब्रांच को इस काम काम में लगाया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पंकज चन्द्रा के मार्गदर्शन में डीएसपी के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच एवं चौकी नैला की टीम द्वारा सोमवार की सुबह दबिश दी गई। इसके बाद जब तलाशी ली गई तो हर ओर पटाखे ही पटाखे मिले। टीम जैसे ही इलेक्ट्रिकल्स दुकान के अंदर गोदाम में पहुंची तो वहां का नजारा देखने लायक था। एक-एक कमरों में रखे कार्टून में अवैध पटाखे का स्टॉक भरा था।
टीम ने जब एक-एक कमरों की जांच की तो करोड़ों का अवैध पटाखा मिला। यहां मिर्ची पटाखा से लेकर बड़े-बड़े बम के साथ ही चाइनीज पटाखों का पूरा स्टॉक छिपाकर रखा गया था। एक अनुमान के मुताबिक, इलेक्ट्रिकल्स दुकान से कार्यवाही के दौरान करोड़ों का अवैध पटाखा जब्त हुआ। हालांकि अब तक जब्तशुदा पटाखों की कीमत का पुलिस ने खुलासा नहीं किया है, लेकिन मात्रा लगभग 50 क्विंटल बताई जा रही है। जब्त पटाखा को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया। तीन ट्रक में पटाखे गोदाम से निकले। अधिक मात्रा में रखे पटाखा के संबंध में व्यापारी पवन अग्रवाल कोई वैध दस्तावेज पेश नही कर सका। अवैध पटाखा को जप्त कर आरोपी 50 वर्षीय पवन अग्रवाल को धारा 9 ख विस्फोटक अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया।
मामला जमानती होने से एवं सक्षम जमानतदार पेश करने पर आरोपी को जमानत मुचलका पर रिहा किया गया। कार्यवाही में क्राइम ब्रांच प्रभारी निरीक्षक राजेश मिश्रा, नैला चौकी प्रभारी महादेव चौहान, दिलीप सिंह,भुनेश्वर सिंह, लक्ष्मीकांत कश्यप, रेमन सिंह राजपूत,आतिश पारीक, राजेश शर्मा, राजेश कोसले मोहन साहू एवं चौकी नैला का योगदान रहा।
टायलेट-बाथरूम तक में पटाखे
संचालक पवन अग्रवाल वर्षों से पटाखा का कारोबार करते आ रहा है। शहर के बीचों-बीच रिहायशी इलाके में इलेक्ट्रिकल्स दुकान संचालित होने के बावजूद संचालक पवन अग्रवाल के मन में कभी भी किसी तरह की अनहोनी का भय नहीं रहा है। संयुक्त टीम ने सोमवार को जब उसके ठिकाने में छापामार कार्यवाही की, तब कई चौकानें वाली बातें सामने आई। अवैध कारोबारी ने गोदाम के कमरों से लेकर टायलेट-बाथरूम में पटाखों को तो छिपाया ही थी, साथ ही उसने इलेक्ट्रिक सामानों के बीच कार्टून में पटाखों को छिपाकर रखा था, ताकि इसकी भनक किसी को न लगे।
कमरे की चाबी नहीं दी तो ताला तोड़ा
इलेक्ट्रानिक दुकान के पीछे के हिस्से में स्थित गोदाम में संयुक्त टीम ने जब कार्यवाही शुरू की, तब अवैध कारोबारी पवन अग्रवाल ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की। वह अपने मोबाइल से बार-बार कॉल कर मामले को रफा-दफा करवाने की कोशिश करता दिखा। मौके पर मीडियाकर्मियों की उपस्थिति के चलते अवैध कारोबारी की दाल नहीं गली।
इसके बाद जब गोदाम के दो कमरों की जांच की बात आई तो व्यवसायी पवन अग्रवाल ने उन कमरों में लगे तालों की चाबी को लेकर करीब दो घंटे तक पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की। वह बहानेबाजी करते हुए पुलिस को चॉबी देने तैयार नहीं हो रहा था। ऐसे में टीम ने ताला तोड़वाकर दोनों कमरों को खोला और की तलाशी ली, तब दोनों कमरे पटाखों से भरा मिला।


