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तीन हजार व्यापारी संगठन रखेंगे व्यापार बंद : प्रवीन

दिल्ली में लगातार हो रही सीलिंग के खिलाफ  व्यापारियों के संघर्ष को तेज करते हुए आगामी 28 मार्च को दिल्ली में व्यापार बंद रहेगा और रामलीला मैदान में व्यापारियों की महा रैली होगी

तीन हजार व्यापारी संगठन रखेंगे व्यापार बंद : प्रवीन
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नई दिल्ली। दिल्ली में लगातार हो रही सीलिंग के खिलाफ व्यापारियों के संघर्ष को तेज करते हुए आगामी 28 मार्च को दिल्ली में व्यापार बंद रहेगा और रामलीला मैदान में व्यापारियों की महा रैली होगी। रैली का आयोजन आल दिल्ली ट्रेडर्स व्यापारी एंड वर्कर्स एसोसिएशन एवं कॉन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के संयुक्त तत्वावधान में होगा।

प्रवीन खंडेलवाल ने बताया की दिल्ली के सारे भागों के लगभग 3000 व्यापारी संगठन इस अभियान में शामिल होकर व्यापार बंद एवं रैली को सफल बनाएंगे।

व्यापारियों की मांग है की दिल्ली में सीलिंग रोकने के लिए केंद्र सरकार तुरंत संसद के चालू सत्र में एक बिल लाए अथवा अध्यादेश लाए वहीं दूसरी ओर दिल्ली के मुख्यमंत्री दिल्ली विधानसभा के चालू सत्र में सीलिंग पर रोक का बिल पारित कर केंद्र सरकार को मंजूरी के लिए भेजें। व्यापारियों की यह भी मांग है की दिल्ली सरकार तुरंत 351 सड़कों को अधिसूचित करे वहीं केंद्र सरकार 31 दिसम्बर, 2017 को कट ऑफ डेट मानकर एक एमनेस्टी स्कीम लाए जिसके अंतर्गत इस तारीख तक दिल्ली में जो जहां है वैसा रहेगा की यथास्तिथि बनाए एवं साथ ही जो दुकाने सील हो गई है उनकी सील तुरंत खोली जाए।

रैली के संयोजक प्रवीन गोयल एवं विनोद पटेल ने बताया की आगामी 26 मार्च को दिल्ली के विभिन्न भागों में व्यापारी रैली निकाल कर सीलिंग के खिलाफ जनमत जाग्रत करेंगे और लोगों से रामलीला मैदान की रैली में शामिल होने के अपील भी करेंगे। कल से दिल्ली के सभी व्यापारिक क्षेत्रों में व्यापारी सम्मेलन एवं बैठकें होंगी जिसमें 28 मार्च को दिल्ली व्यापार बंद और महा रैली में शामिल होने के निर्णय लिए जाएंगे। इसके अलावा दिल्ली में विभिन्न मार्केटों में रैली जागरण रथ भी चलेंगे।रैली को सफल बनाने के लिए व्यापारी कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। खंडेलवाल ने कहा की जब सरकार 1500 अनधिकृत कॉलोनियों को नियमित कर सकती है तो फिर दिल्ली की दुकानों को सीलिंग से बचाने के लिए मोरेटोरियम बिल या एमनेस्टी स्कीम क्यों नहीं आ सकती।

दूसरी तरफ ऐसे समय में जब दिल्ली का अगला मास्टर प्लान वर्ष 2012 में लागू होना है और जिसको ड्राफ्ट करने का काम डीडीए द्वारा शुरू किया जा चुका है ऐसे में किसी भी प्रकार की सीलिंग पर रोक लगाकर यथास्तिथि रखी जाए और भविष्य में दिल्ली कैसे बेहतर बने इस पर ध्यान दिया जाए।


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