अंधेकत्ल की गुत्थी सुलझी तीन आरोपी गिरफ्तार
चार माह पूर्व छपोरा-कुरदा मार्ग में घटित अंधे कत्ल की गुत्थी आखिकार पुलिस ने सुलझा ली है। घटना को अंजाम देने वाले तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल दाखिल कराया.....

घटना छपोरा-कुरदा मार्ग में 3 फरवरी को हुआ हादसा
जांजगीर। चार माह पूर्व छपोरा-कुरदा मार्ग में घटित अंधे कत्ल की गुत्थी आखिकार पुलिस ने सुलझा ली है। घटना को अंजाम देने वाले तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल दाखिल कराया। बताया जाता है कि उक्त घटना आपसी रंजिश के चलते अंजाम दिया गया था और आरोपी साक्ष्य छुपाते हुये भूमिगत हो गये थे। जिसकी विवेचना कर रही पुलिस आखिरकार आरोपियों तक पहुंचने में सफल रही।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार 3 फरवरी 2017 को छपोरा सरपंच द्वारा कुरदा रोड बहरा पुल के नीचे अज्ञात व्यक्ति की लाश पड़े होने की सूचना दर्ज कराई थी, पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध भादवि की धारा 302, 201 कायम कर विवेचना में लिया था, जिसमें 26 अप्रैल को मृतक के बदन पर पाये गये कपड़े छायाचित्र एवं जूता के आधार पर मृतक शिनाख्त बिहारी लाल पिता दशरथ अजगल्ले उम्र 60 वर्ष निवासी बासिन डभरा के रूप में हुआ था। घटना में मृतक के पुत्रों द्वारा रंजिश के कारण हत्या की आशंका जाहिर की गई थी, जिस पर विवेचना करते हुये गत 1 जून को संदेहियों से पूछताछ किया गया, किन्तु पुलिस की पूछताछ में वे ठहर नहीं सके और हत्या करना स्वीकार कर लिये। उक्त हत्या में आरोपियों द्वारा 29 जनवरी को मृतक को आरोपियों ने अपनी मोटर सायकल से मालखरौदा बाजार बैठाकर लाया था, जहां से वापस जाकर घटना स्थल ले जाया गया और बिहारी लाल की आरोपी गोविन्द अजगल्ले, तीजराम अजगल्ले, संजू यादव निवासी बासिन द्वारा हत्या कर दी गई। उक्त हत्या में आरोपियों ने मृत शरीर को बहरा पुलिया के ढोल में छिपा दिया और अपने मोटर सायकल व सायकल से अपने-अपने घर चल दिये और मृतक की घर का चाबी अपने पास होने के कारण मृतक के घर का ताला खोलकर उसके मोटर सायकल को अंदर कर दिया तथा साक्ष्य छुपाने के लिए कपड़ों को जला दिया गया था। बहरहाल पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर आज न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है, वहीं इस कार्रवाई में थाना प्रभारी केपी गुप्ता, सउनि टण्डन, आरक्षक प्रकाश गिरी गोस्वामी, घनश्याम पाण्डेय, सेतराम पटेल ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।


