पहले से ही तैनात हैं हजारों सैनिक, अब अमरनाथ यात्रा और चुनावों के नाम पर होगी लाखों की तैनाती
केंद्र सरकार राज्य में अमरनाथ यात्रा तथा उसके बाद विधानसभा चुनावों को संपन्न करवाने की खातिर कोई खतरा मोल लेने को तैयार नहीं

जम्मू। केंद्र सरकार राज्य में अमरनाथ यात्रा तथा उसके बाद विधानसभा चुनावों को संपन्न करवाने की खातिर कोई खतरा मोल लेने को तैयार नहीं है। यही कारण है कि वह अब अमरनाथ यात्रा के नाम पर हजारों सैनिकों को राज्य में तैनात करने लगा है ताकि बाद में उन्हीं का इस्तेमाल विधानसभा चुनावों के लिए किया जा सके।
अधिकारियांें ने माना है कि अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा में तैनात होने वाले सुरक्षाबलों की मदद से ही चुनाव आयोग विधानसभा चुनाव करा लेगा। रियासत में अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा के लिए सुरक्षा कर्मियों को तैनात करना आरंभ हो चुका है। अमरनाथ यात्रा एक जुलाई से शुरू होकर 15 अगस्त को खत्म हो जाएगी। ऐसे में चुनाव आयोग चाहता है कि जब यात्रा खत्म हो तो उसके ठीक बाद चुनाव करा दिया जाए। क्योंकि तब सुरक्षाबल पहले से मौजूद होंगे और चुनाव आयोग इसके लिए सुरक्षा के विशेष बंदोबस्त नहीं करने पड़ेंगे।
जानकारी के अनुसार अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा के लिए करीब 40 हजार अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों की तैनाती होगी। लोकसभा चुनावों के लिए भी 40 हजार सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए थे। वे भी अभी राज्य में ही हैं। राज्य पुलिस के 40 हजार जवान इनमें शामिल नहीं हैं। यात्रा खत्म होने के बाद इन सुरक्षाकर्मियों को वापस नहीं भेजा जाएगा। इनको चुनाव के लिए होल्ड पर रख लिया जाएगा।
अभी हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में भी ऐसा ही देखने को मिला है। चुनाव ड्यूटी के लिए बुलाई गई सीआरपीएफ सहित अन्य सुरक्षा एजेंसियों की कई बटालियनों को रोक लिया गया है, जिनको अमरनाथ की सुरक्षा में लगाया जा रहा है।
राज्य में लोकसभा चुनाव को सफलतापूर्वक संपन्न करवाने के बाद भी राज्य पुलिस राहत की सांस लेने की स्थिति में नहीं है। चुनाव संपन्न होने के बाद राज्य पुलिस के सामने अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा चुनौती बनकर खड़ी है और उसके बाद विधानसभा चुनावों की।
चुनाव संपन्न होने के साथ ही निचले स्तर के पुलिसकर्मियों ने राहत अवश्य महसूस की है, लेकिन विभाग के आला अधिकारियों को पता है कि आने वाले दिनों में उन्हें पूरी चौकसी बरतनी होगी। बताया जाता है कि लोकसभा चुनाव संपन्न होते ही शहर में तैनात कुछ पुलिसकर्मियों ने लंबी छुट्टी की अर्जी दी थी, लेकिन उन्हें एक सप्ताह से अधिक छुट्टी नहीं दी गई।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जम्मू के डिवीजनल कमिशनर अमरनाथ यात्रा को लेकर किए जाने वाले सुरक्षा प्रबंधों को लेकर आला पुलिस अधिकारियों की कई बार बैठक ले चुके हैं। पिछली बैठक में डिवीजनल कमिश्नर ने पुलिस विभाग को भावी रणनीति व प्रबंध करने के निर्देश दिए थे।
जम्मू के आईजी भी मानते हैं कि राज्य पुलिस के लिए फिलहाल राहत की सांस लेने का समय नहीं आया है। पुलिस ने सफलतापूर्वक लोकसभा चुनाव संपन्न कराए हैं जिसे लेकर विभाग संतुष्ट है लेकिन विभाग अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा की चुनौती से भी अपरिचित नहीं है। आईजी ने कहा कि पुलिस पूरी तरह से सतर्क है और जिस प्रकार चुनाव शांतिपूर्वक संपन्न करवाए गए हैं, अमरनाथ यात्रा भी शांतिपूर्वक संपन्न होगी।


