Top
Begin typing your search above and press return to search.

शिवराज के किले में सेंध लगाने कांग्रेस इस बार 'हनुमान' की शरण में

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के अभेद किले सीहोर जिले के बुधनी विधानसभा क्षेत्र में सेंध लगाने के लिए कांग्रेस ने इस बार 'श्री हनुमान' की शरण ली है।

शिवराज के किले में सेंध लगाने कांग्रेस इस बार हनुमान की शरण में
X

धनी। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के अभेद किले सीहोर जिले के बुधनी विधानसभा क्षेत्र में सेंध लगाने के लिए कांग्रेस ने इस बार 'श्री हनुमान' की शरण ली है।

कांग्रेस ने श्री चौहान के सामने टीवी सीरियल श्री हनुमान में मुख्य भूमिका निभाने वाले 'हनुमान' विक्रम शर्मा मस्ताल को उतारा है। पहली बार कांग्रेस पूरी ताकत व एकजुटता दिखाकर भाजपा के इस अभेद गढ़ को भेदने के लिए आक्रमक दिख रही है। श्री मस्ताल भी अपने रील के किरदार को भुनाते हुए श्री चौहान के इस गृह क्षेत्र के मतदाताओं को रिझाने पुरजोर कोशिशों में हैं।

राज्य की राजनीति में मुख्यमंत्री श्री चौहान भाजपा के एकलौते ऐसे नेता हैं, जो विगत 18 वर्ष से सूबे के मुखिया बने हुए हैं। वे नवंबर 2005 में राज्य के मुख्यमंत्री के पद पर पहली बार आसीन हुए थे, जिसके बाद वे वर्ष 2006 में बुधनी से उपचुनाव में जीते। इसके बाद से वे लगातार अब तक इसी विधानसभा सीट से जीतते आ रहे हैं।
श्री चौहान चुनाव प्रचार की एकदम शुरुआत मेंं इस गृह क्षेत्र के मतदाताओं के बीच आए थे।

उस दौरान उन्होंने अपने रोड शो के दौरान भारी संख्या में उमड़ी जनता और महिलाओं के बीच बार-बार कहा कि उनका इस क्षेत्र के मतदाताओं पर इतना अधिक विश्वास है कि वे प्रचार में यहां ज्यादा आएंगे भी नहीं। वे कई बार मतदाताओं से भावुक अपील करते भी दिखाई दिए। वे लगातार कहते हुए सुनाई दिए कि इस क्षेत्र का एक-एक मतदाता स्वयं 'शिवराज' है। श्री चौहान की राज्य में अन्यत्र व्यस्तताओं के चलते उनकी धर्मपपत्नी साधना सिंह चौहान और उनके बेटों ने यहां प्रचार की कमान संभाली हुई है।

नर्मदा नदी के किनारे के इस विधानसभा क्षेत्र में श्री चौहान के सामने इस बार 11 प्रत्याशी मैदान में हैं। समाजवादी पार्टी ने यहां से स्वामी वैराग्यानंद उर्फ मिर्ची बाबा को मैदान में उतारा है। मिर्ची बाबा पिछले चुनाव में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के पक्ष में चुनाव प्रचार के चलते सुर्खियों में आए थे। इस बार सपा ने उन पर दांव खेला है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव स्वयं भी मिर्ची बाबा के समर्थन में इस विधानसभा क्षेत्र में प्रचार के लिए आए, लेकिन अपनी जनसभा में खाली कुर्सियां देख कर श्री यादव को वापस लौटना पड़ा।

बुधनी विधानसभा में कुल दो लाख 74 हजार 219 मतदाता हैं। राज्य में आज शाम चुनाव प्रचार थम जाएगा। प्रदेश की सभी 230 विधानसभा सीटों पर 17 नवंबर को मतदान होना है। नतीजे तीन दिसंबर को आएंगे।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it