वे बहुत मुश्किल 30 मिनट थे : इसरो चेयरमैन सिवान
भारतीय अंतरिक्ष यान चंद्रयान-2 के चांद की कक्षा में प्रवेश करने के अंतिम 30 मिनट बहुत मुश्किल भरे थे

चेन्नई। भारतीय अंतरिक्ष यान चंद्रयान-2 के चांद की कक्षा में प्रवेश करने के अंतिम 30 मिनट बहुत मुश्किल भरे थे। यह कहना है भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के चेयरमैन के. सिवान का। इस महत्वपूर्ण चरण के तुरंत बाद सिवान ने बताया, "अभियान के अंतिम 30 मिनट बहुत मुश्किल भरे थे। घड़ी की सुई के आगे बढ़ने के साथ-साथ तनाव और चिंता बढ़ती गई। चंद्रयान-2 के चांद की कक्षा में सफलतापूर्वक प्रवेश करते ही अपार खुशी और राहत मिली।"
#ISRO
— ISRO (@isro) August 20, 2019
Today (August 20, 2019) after the Lunar Orbit Insertion (LOI), #Chandrayaan2 is now in Lunar orbit. Lander Vikram will soft land on Moon on September 7, 2019 pic.twitter.com/6mS84pP6RD
उन्होंने कहा, "हम एक बार फिर चांद पर जा रहे हैं।"
भारत का पहला चांद का मिशन चंद्रयान-1 साल 2008 में सम्पन्न किया गया था।
#ISRO
— ISRO (@isro) August 20, 2019
Dr. K. Sivan, Chairman, ISRO will brief media today (August 20, 2019) at 1100 hrs IST on the occasion of Lunar Orbit Insertion of #Chandrayaan2
Stay tuned on our website and youtube channel to watch live
इस मौके पर इसरो केंद्र पर लगभग 200 वैज्ञानिक तथा अन्य कर्मी इकट्ठे थे।
यान के चांद की कक्षा में सफलतापूर्वक प्रवेश करने के बाद अधिकारियों ने उल्लेखनीय उपलब्धि पर एक-दूसरे को बधाइयां दीं।
इसरो के एक अधिकारी के अनुसार, चंद्रयान-2 की 24 घंटे निगरानी की जा रही है।
सिवान ने कहा कि भारत के मानव अंतरिक्ष मिशन गगनयान पर भी काम चल रहा है।
इसके लिए अंतरिक्ष यात्रियों का चयन करने का काम जारी है।


