स्वामी विवेकानंद की जयंती पर इन नेताओं ने किया उनको नमन
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने मंगलवार को स्वामी विवेकानंद की जयंती पर नमन किया

नयी दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने मंगलवार को स्वामी विवेकानंद की जयंती पर नमन करते हुए कहा कि उनके प्रगतिशील और प्रेरक विचारों को आत्मसात कर देश के युवा भारत को पुनः विश्व शिखर पर पहुंचा सकते हैं।
स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी 1863 को कलकत्ता (अब कोलकाता) में हुआ था। उनकी जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस के रुप में मनाया जाता है।
अमित शाह ने स्वामी विवेकानंद की जयंती पर नमन करते हुए कहा, “ भारत के ज्ञान, संस्कृति और दर्शन को विश्वभर में दिग्विजय कराने वाले स्वामी विवेकानंद जी की जयंती पर उन्हें कोटि-कोटि नमन एवं देशवासियों को ‘युवा दिवस’ की शुभकामनाएं। देश के युवा स्वामी जी के प्रगतिशील और प्रेरक विचारों को आत्मसात कर भारत को पुनः विश्व शिखर पर पहुंचा सकते हैं।"
भारत के ज्ञान, संस्कृति और दर्शन को विश्वभर में दिग्विजय कराने वाले स्वामी विवेकानंद जी की जयंती पर उन्हें कोटि-कोटि नमन व देशवासियों को "युवा दिवस" की शुभकामनाएं।
स्वामी जी के प्रगतिशील व प्रेरक विचारों को आत्मसात कर देश के युवा भारत को पुनः विश्व शिखर पर पहुंचा सकते हैं। pic.twitter.com/EyuueHqMva
प्रकाश जावड़ेकर ने ट्वीट किया, “ स्वामीजी स्वयं युवाओं, गतिशीलता और जीवंतता के प्रतीक थे। स्वामीजी का जीवन और आदर्श पूरी दुनिया, विशेषकर हमारे राष्ट्र के युवाओं के लिए सबसे बड़ी प्रेरणा है। हम सबके प्रेरणासोत्र स्वामी विवेकानन्द की जयंती, राष्ट्रीय युवा दिवस पर सभी देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं। ”
स्वामीजी स्वयं युवाओं, गतिशीलता और जीवंतता के प्रतीक थे। स्वामीजी का जीवन और आदर्श पूरी दुनिया, विशेषकर हमारे राष्ट्र के युवाओं के लिए सबसे बड़ी प्रेरणा है। हम सबके प्रेरणासोत्र स्वामी विवेकानन्द की जयंती, #राष्ट्रीययुवादिवस पर सभी देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं।#YOUTHDAY2021 pic.twitter.com/XcEq6yAH5b
मुख्तार अब्बास नकवी ने लिखा, “ राष्ट्रवाद के प्रेरणास्रोत, समाज सुधारक, महान आध्यात्मिक गुरु, चिंतक, स्वामी विवेकानंद जी की जयंती पर उन्हें श्रद्धासुमन।”
राष्ट्रवाद के प्रेरणास्रोत, समाज सुधारक, महान आध्यात्मिक गुरु, चिंतक, स्वामी विवेकानंद जी की जयंती पर उन्हें श्रद्धासुमन।
On his Jayanti, my tributes to Swami Vivekananda Ji, a great nationalist, social reformer, thinker and philosopher. #NationalYouthDay pic.twitter.com/S7rJVQ575M
स्वामी विवेकानंद का बचपन का नाम नरेंद्र नाथ दत्त था। वह 25 साल की उम्र में संन्यासी बन गए थे। संन्यास के बाद इनका नाम विवेकानंद रखा गया। वह स्वामी विवेकानन्द वेदांत के विख्यात और प्रभावशाली आध्यात्मिक गुरु थे। उन्होंने अमेरिका के शिकागो में 1893 में आयोजित विश्व धर्म महासभा में भारत की ओर से सनातन धर्म का प्रतिनिधित्व किया था।
स्वामी विवेकानंद ने 1897 में धर्म संसद से लौटने के बाद अपने गुरु संत श्रीरामकृष्ण परमहंस के नाम पर सामाजिक सेवाओं के लिए रामकृष्ण मिशन की स्थापना की। इसके आदर्श कर्म योग और गुरु श्रीरामकृष्ण परमहंस की शिक्षाओं पर आधारित हैं।


