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दिल्ली में मानसून में नहीं होगी परेशानी, सड़क पर नहीं जमेगा पानी : शैली ओबेरॉय

मानसून आने से पहले अपनी तैयारी को पूरा करने में दिल्ली एमसीडी और उसके अधिकारी जुटे हुए हैं। एमसीडी मेयर का दावा है कि इस बार न तो दिल्ली की सड़कों पर पानी जमा होगा और ना ही निकासी की कोई समस्या आएगी

दिल्ली में मानसून में नहीं होगी परेशानी, सड़क पर नहीं जमेगा पानी : शैली ओबेरॉय
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नई दिल्ली। मानसून आने से पहले अपनी तैयारी को पूरा करने में दिल्ली एमसीडी और उसके अधिकारी जुटे हुए हैं। एमसीडी मेयर का दावा है कि इस बार न तो दिल्ली की सड़कों पर पानी जमा होगा और ना ही निकासी की कोई समस्या आएगी।

मेयर का दावा है कि एमसीडी ने मानसून से पहले ही अपनी कमर कस ली है। जनता को कोई दिक्कत नहीं होगी। इसके साथ ही गृह मंत्रालय ने 1992 बैच के यूटी कैडर के आईएएस अधिकारी अश्विनी कुमार को एमसीडी कमिश्नर नियुक्त किया है। अभी तक वह दिल्ली सरकार में एडिशनल चीफ सेक्रेटरी, डिविजनल कमिश्नर के पद पर तैनात थे। वह एमसीडी के एकीकरण के समय भी एमसीडी में स्पेशल ऑफिसर रह चुके हैं।

एमसीडी मेयर शैली ओबेरॉय ने बताया कि जो एक्शन प्लान पिछले एक महीने में तैयार किया गया, उसे लागू भी किया जा रहा है। दिल्ली में जो 4 फीट से ऊपर के नाले हैं उनकी संख्या 713 है और जो 4 फीट से नीचे के नाले हैं उनकी संख्या करीब 21,000 है। जो नाले 4 फीट से ऊपर हैं, उनकी लंबाई 460 किलोमीटर की है और जो 4 फीट से नीचे के नाले हैं, उनकी लंबाई 6,600 किलोमीटर है।

उन्होंने बताया कि दो फेज में हमारी तैयारी चल रही है। पहला फेज होता है मानसून से पहले और दूसरा होता है मानसून के बाद। फेज-1 के तहत जितने भी नाले 4 फीट से ऊपर के हैं, उनकी 92 प्रतिशत तक सफाई हो चुकी है। जो नाले 4 फीट से नीचे के हैं, उनकी 85 प्रतिशत तक सफाई हो चुकी है। दिल्ली में 12 जोन हैं। सभी में एक-एक नोडल ऑफिसर को तैनात किया गया है। सभी में एक क्विक रिस्पांस टीम बनाई गई है।

उन्होंने बताया कि पिछले साल मानसून काफी ज्यादा रहा था। तब दिल्ली वालों को दिक्कत हुई थी। इस बार पहले ही उन सभी पॉइंट्स को चिन्हित कर काम किया जा चुका है। सबसे महत्वपूर्ण पॉइंट हमारा है, इलेक्ट्रिक पंप का, जिसका इंतजाम हमने कर लिया है। हमारे पास जो परमानेंट इलेक्ट्रिक पंप हैं, वह 70 हैं और जो टेंपरेरी पंप हैं, वह 450 से 500 हैं। जिनकी तैयारी पूरी हो चुकी है। सिविक सेंटर में 24 घंटे चलने वाला कंट्रोल रूम बनाया गया है। सभी जोन में भी एक-एक कंट्रोल रूम बनाया गया है। एक हफ्ता पहले ही इंटरनल मीटिंग हुई है। जिसमें जल मंत्री आतिशी और सौरभ भारद्वाज भी शामिल रहे और उनसे बातचीत कर सिंचाई समेत सभी विभाग के कर्मचारियों को कहा गया है कि जैसे ही दिल्ली में कोई भी वॉटर लॉगिंग की समस्या या कोई भी खबर आएगी तो उस पर सभी एक्शन लेंगे। इस बार दिल्ली की जनता मानसून को इंजॉय करेगी।


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