जेनरिक दवाईयों के प्रति लोगों को जागरूक करने के कोई सार्थक प्रयास नहीं हो पाया
जिले में बड़े तामझाम के साथ जेनरिक दवाईयों को प्राथमिकता देते हुए 6 स्थानों पर जन औषधि केन्द्र की शुरूवात किया

बेमेतरा। जिले में बड़े तामझाम के साथ जेनरिक दवाईयों को प्राथमिकता देते हुए 6 स्थानों पर जन औषधि केन्द्र की शुरूवात किया गया लेकिन जेनारक दर्वाइयों के प्रति लोगों में जागरूकता करने तथा उसके बारे में बताने के लिये जिलें में सार्थक पहल नही हो पाया।
इससे लोगों के बीच यह दर्वा पहचान बताने में पूर्ण सफल नही हो पाया। इससे जन औषधि केन्द्रों, संचालकों को लाभ होने के स्थान पर नुकसान होने लगा इसलिये जिले के दो स्थानों में जन औषधि केन्द्र बंद हो गया।
जिले वासियों को सस्ता कीमतों में अच्छा एवं जीवनरक्षक दवा पिलाने के उद्देश्य से प्रशासन के द्वारा जेनरिक दवाई उपलब्ध कराने के लिये जिले के कुछ स्थानों पर जन चौपाल केन्द्र करीब दो साल फरवरी 2016 में प्रारम्भ किया गया था। लेकिन जेनरिक दवाईयों के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिये किसी तरह का कोई सार्थक प्रयास नहीं हो पाया।
इसके अलावा लोागें को जागरूक दवाई के स्थान पर ब्रांडेउ दवाई को अधिक प्राथमिकता दिया जाने लगा। जिसके परिणामस्वरूप जनऔषधि केन्द्रो के संचालको को अप्रेक्षा के अनुरूप महत्व नही मिल पाया और इससे जेनरिक दवाई की रवायत होने के स्थान पर जन औषधि केन्द्रो में रखे रखे दवाई की मिजाद भी समाप्त होने लगा इससे जन औषधि केन्द्र संचालकों को लाभ के स्थान पर हानि उठाना पड़ने लगा। इसलिये जिले में संचालित दो जन औषधि केन्द्र बेमेतरा एंव बेरला बंद हो गया।
जिले में कल सात विभिन्न स्थानों में जन औषधि केन्द्र की शुरूवात सत् 2016 में किया गया था। इससे बेमेतरा जिला मुख्यालयमें दो स्थान पर प्रारम्भ हुआ जिससे एक जिला शासकीय चिकित्सालय में और दूसरा बेसिक स्कूल मैदान के पास प्रताप चैंक में प्रारम्भ किया गया था। इसके अलावा नवागढ़, खंडसरा, साजा, थानखम्हरिया एवं बेरला में भी जन औषधि केन्द्र प्रारम्भ किया गया। इससें थानखम्हरिया एवं बेरला तथा बेमेतरा में प्रताप चैंक बेसिक स्कूल के पास स्थित जन औषधि केन्द्र एक के बाद एक बेद हो गया।
वर्तमान में बेमेतरा जिला शासकीय अस्पताल, नवागढ़, साजा एंव खडसरा जन औषधि केन्द्र संचालित हो रही है।
जन औषधि केन्द्र हेतु मिलता है लाख की नि:शुक्ल दवाई एवं सैटअप हेतु एक लाख रूपये: जेनरिक दवाई के लिये बढावा देने के लिये शासन द्वारा जन औषधि केन्द्र प्रारम्भ के लिये कई सुविधा दी जाती है।
इस संबंध में जानकारी देते हु जिला स्वास्थ्य एवं चिकित्स जिला मुख्य चिकित्सक एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. एस. के. शर्मा ने बताया कि जन औषधि केन्द्र शासन के निर्देषानुसार प्रारम्भ किया जाता है जिसके शुरूवात में डेढ़ लाख रूपये की दवाई किया जाता है एवं लाख रूपये सेटअप के लिये प्रदान किया जाता है डा. शर्मा ने ब्रांडेड दवाई तथा जेनारक दवाई के बारे में अंतर स्पष्ट करते हुए बताया कि ब्रांडेड दवाई के मुकाबले जेनरिक दवाई की कीमत करीब एक चैथाई रहता है।
उन्होनें बताया कि यह सब आयजनता स्वास्थ्य एवं जीवन रक्षक के उपलब्ध है एक प्रष्न जवाब में डा. शर्मा ने बताया कि सामान्य तह अस्पतालों मे अधिकाषं दवाई रहता है। केवल आपात कालीन स्थित में बाहर से दवाई खरीदने के लिये मरीजों को कहा जाता है, उन्होनं बताया कि जिले में बंद होने वाले जन औषधि केन्द्रो को हमारे स्टॉफ फार मिस्ट के माध्यम से भी संचालित किया जा सकता है।


