शर्मिष्ठा पनोली की गिरफ्तारी पर मचा बवाल, कंगना बोली- तुरंत रिहा किया जाना चाहिए
इंस्टाग्राम इन्फ्लुएंसर शर्मिष्ठा पनोली को उनके सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोप है कि उन्होंने हाल ही के घटनाक्रम पर कुछ विवादित टिप्पणियाँ की थीं, जो सांप्रदायिक भावनाओं को भड़काने वाली मानी गईं
गुरुग्राम। ऑपरेशन सिन्दूर के बाद देश में जो माहौल बना, वह जितना भावुक था, उससे अधिक संवेदनशील भी था। ऐसे दौर में अफवाहों और फेक न्यूज़ का चलन तेजी से बढ़ा और इस पर सरकार की नज़र भी थी। कई मामलों में सोशल मीडिया पोस्ट के आधार पर गिरफ्तारी हुई। लेकिन अब जब हालात सामान्य हो चुके हैं, तो सवाल उठ रहे हैं क्या ये कार्रवाइयाँ जरूरी हैं? गुरुग्राम से एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जिसने इंटरनेट पर बवाल खड़ा कर दिया है।
इंस्टाग्राम इन्फ्लुएंसर शर्मिष्ठा पनोली को उनके सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोप है कि उन्होंने हाल ही के घटनाक्रम पर कुछ विवादित टिप्पणियाँ की थीं, जो सांप्रदायिक भावनाओं को भड़काने वाली मानी गईं। अब इस गिरफ्तारी पर बॉलीवुड से लेकर बीजेपी नेताओं तक ने सवाल उठाए हैं। कई सेलेब्रिटी और नेताओं ने सोशल मीडिया पर उनकी रिहाई की माँग की है।
सेना के ऑपरेशन सिन्दूर को लेकर देश-दुनिया में चर्चा हो रही है। कहीं इसके लिए सेना को शाबाशी दी जा रही है, तो कहीं; इसे लेकर मोदी सरकार पर सवाल भी उठ रहे हैं। इस बीच ऑपरेशन सिन्दूर पर एक सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर इंस्टाग्राम इन्फ्लुएंसर शर्मिष्ठा पनोली की गिरफ्तारी ने विवाद खड़ा कर दिया है। प्रशासन की इस कार्रवाई पर सवाल उठ रहे हैं।
दरअसल, शर्मिष्ठा ने 14 मई 2025 को अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट किया था, जिसमें उन्होंने 'ऑपरेशन सिंदूर' और पहलगाम आतंकी हमले के संदर्भ में बॉलीवुड सितारों की चुप्पी पर सवाल उठाए। इस वीडियो में उन्होंने एक विशेष धार्मिक समुदाय, विशेष रूप से इस्लाम के पैगंबर के खिलाफ कथित तौर पर आपत्तिजनक और अपमानजनक टिप्पणियां कीं, जिसे सांप्रदायिक माना गया। शर्मिष्ठा का ये वीडियो वायरल होने के बाद व्यापक आक्रोश फैला, और उन्हें सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग, शोषण और जान तक लेने की धमकियों का सामना करना पड़ा। जिसके बाद शर्मिष्ठा ने अपने अकाउंट से वीडियो हटा दिया और माफी भी मांगी। लेकिन तब तक कोलकाता पुलिस ने उनके खिलाफ साम्प्रदायिक तनाव बढ़ाने के आरोप में शिकायत दर्ज कर ली थी। और 30 मई की रात को उन्हें कोलकाता पुलिस के अधिकारियों ने गुरुग्राम से गिरफ्तार कर लिया। 31 मई को उन्हें कोलकाता की एक अदालत में पेश किया गया, जहां कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
कोलकाता पुलिस ने बताया कि यह मामला शर्मिष्ठा पनोली नामक महिला के इंस्टाग्राम वीडियो से संबंधित है, जिसने एक विशेष समुदाय की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। उनके खिलाफ गार्डन रीच पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई थी। उनके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 196(1) (ए) धर्म, जाति, जन्म स्थान, निवास, भाषा, जाति या समुदाय के आधार पर लोगों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना, 299 (नागरिकों के किसी भी वर्ग की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने), 352 (जानबूझकर अपमान करना), 353(1)(सी) (सार्वजनिक मामले को भड़काने वाले बयान) के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। जिसके बाद पनोली और उनके परिवार को कानूनी नोटिस देने की कई कोशिशें की गई, लेकिन पनोली और उनका परिवार फरार हो गया था, जिसके कारण ये कोशिशें असफल रहीं। इसके बाद कोर्ट ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया, जिसके आधार पर उन्हें गुरुग्राम से गिरफ्तार किया गया।
हालांकि उनकी इस गिरफ्तारी पर विवाद खड़ा हो गया। सोशल मीडिया पर खासकर इसका विरोध हो रहा है। कई लोग उनकी गिरफ्तारी को गैर कानूनी बता रहे हैं। मामले में शर्मिष्ठा के वकील ने बताया, "हमने कोर्ट में ज़मानत याचिका दायर की, जिसमें कहा गया कि अभियोजन पक्ष द्वारा कथित तौर पर जिन वस्तुओं का इस्तेमाल किया गया था, जैसे मोबाइल फोन और लैपटॉप, उन्हें पहले ही ज़ब्त कर लिया गया है। इसके बाद, अदालत ने हमारी प्रार्थना सुनी और शर्मिष्ठा को पुलिस हिरासत की बजाय न्यायिक हिरासत में भेजा गया।
आपको बता दें कि शर्मिष्ठा पनोली एक 22 वर्षीय लॉ स्टूडेंट और इंस्टाग्राम इन्फ्लुएंसर हैं, जो पुणे के एक विधि विश्वविद्यालय में पढ़ाई कर रही हैं। वह सोशल मीडिया पर अपनी सक्रियता और लाखों फॉलोअर्स के लिए जानी जाती हैं। हालांकि उनकी इस पोस्ट के लिए सोशल मीडिया पर भी उनके काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा.. लेकिन अब जब शर्मिष्ठा ने अपने शब्दों के लिए माफ़ी मांग ली है इसके बावजूद उनको गिरफ्तार करने पर सवाल खड़े हो गए हैं।
शर्मिष्ठा केसमर्थन में बॉलीवुड एक्ट्रेस और बीजेपी सांसद कंगना रनौत ने भी इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट किया है। उन्होंने लिखा कि 'मैं इस बात से सहमत हूं कि शर्मिष्ठा ने अपनी अभिव्यक्ति के लिए कुछ गलत शब्दों का इस्तेमाल किया, लेकिन ऐसे शब्द आजकल ज्यादातर युवा इस्तेमाल करते हैं, उन्होंने अपने बयानों के लिए माफी मांगी और यही काफी होना चाहिए, उन्हें और परेशान करने की जरूरत नहीं है। उन्हें तुरंत रिहा किया जाना चाहिए।'
वहीं, कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने इस गिरफ्तारी को 'पुलिस की ताकत का दुरुपयोग' करार दिया,ऐसे में ये मामला तूल पकड़ता जा रहा है।


