श्री राम कथा के पंचम दिवस पर भी भक्तों की रही भीड़
बुलंदशहर आज श्री सुमेधानंद जी महाराज किशोरी निवास आश्रम श्री धाम वृंदावन के श्री मुख से कही जा रही श्रीराम कथा के छठा दिवस पर महाराज श्री ने राम बनवास वन गमन केवट प्रसंग का बहुत ही सुंदर चित्रण किया

- सुरेन्द्र सिंह भाटी
बुलंदशहर आज श्री सुमेधानंद जी महाराज किशोरी निवास आश्रम श्री धाम वृंदावन के श्री मुख से कही जा रही श्रीराम कथा के छठा दिवस पर महाराज श्री ने राम बनवास वन गमन केवट प्रसंग का बहुत ही सुंदर चित्रण किया|
महाराज श्री ने बताया पिताश्री की आज्ञा का पालन कैसे करना चाहिए श्री राम पिता की आज्ञा मानकर तपस्वी का भेष बनाकर चौदह वर्ष वन में रहने के लिए चले गए| महाराज श्री ने भगवान राम के वन गमन का प्रसंग श्रवण कराया| श्रीराम ने निषादराज पर कृपा की जिन चरणरज के लिए, जिनके चरणामृत के लिए और जिनके दर्शनों के लिए बड़े-बड़े योगी ,तपस्वी, संत भक्त, सिद्ध प्रतीक्षा करते रहते हैं वह परम सौभाग्य एक केवट को प्राप्त कराया| महाराज श्री ने पावन केवट प्रसंग श्रवण कराया|
महाराज श्री ने संदेश दिया कि जिस तरह वायुमंडल में हवा रहती है परंतु हमें एहसास तो होती है पर दिखाई नहीं देती और जब गर्मियों में पंखा चलाते हैं तो हमें ठंडक का अधिक एहसास होता है| ठीक उसी तरह हर जगह भगवान का वास है और जब हम मंदिर ,धार्मिक स्थल या सत्संग और संतवाणी सुनते हैं तो हमारा मन एकाग्रचित्त होकर ईश्वर में और अधिक लगता है|
आज श्री राम कथा में सुधीर बीमा, विवेक शर्मा, संजय गोयल, बलदेव राज भादवा ,सतीश चंद्र वर्मा ,छोटू भैया ,गोपाल कृष्ण, रतनलाल अग्रवाल, अरुण गोयल, सुनील माहेश्वरी ,अजय मित्तल, संगीता मित्तल, अनिता गोयल, डौली गोयल, विदुषी , पूनम शर्मा ,नीना महेश्वरी, यशोदा मैया, सीमा महेश्वरी आदि सैकड़ों भक्त उपस्थित रहे|


