संध्या टोपनो मामले की हो न्यायिक या सीबीआई जांच : बाबूलाल मरांडी
भारतीय जनता पार्टी झारखंड विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने तुपुदाना में पदस्थापित महिला दारोगा संध्या टोपनो की हत्या को एक बड़े षडयंत्र का हिस्सा बताया है

रांची। भारतीय जनता पार्टी झारखंड विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने तुपुदाना में पदस्थापित महिला दारोगा संध्या टोपनो की हत्या को एक बड़े षडयंत्र का हिस्सा बताया है।
श्री मरांडी ने आज यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अखबारों और विभिन्न माध्यमों से जो जानकारी मिली है यह इसी ओर इशारा करती है। पहले रूपा तिर्की और अब संध्या टोपनो जैसी तेज तर्रार अफसर को कुचल कर मार दिया गया। उन्होंने कहा कि वे आज ही संध्या के परिजनों से मिले हैं। परिजनों ने बताया कि ओपी प्रभारी कन्हैया सिंह का बर्ताव पहले से ही संध्या के प्रति ठीक नहीं रहा था। कन्हैया सिंह जबरदस्ती ड्यूटी लगाते थे।
इतनी बड़ी वारदात के बाद भी कन्हैया सिंह को केवल लाइन हाजिर किया गया, सस्पेंड तक नहीं किया गया, लाइन हाजिर करना कोई सज़ा नहीं है। पहले भी गौ तस्करी के मामले में कन्हैया सिंह की भूमिका संदिग्ध रही है। उन पर आरोपियों को छोड़ने का आरोप है। संध्या के प्रति कन्हैया सिंह का बर्ताव उसे जानबूझकर मौत के मुंह में धकेलने जैसा ही था।
श्री मरांडी ने कहा कि सोचने का विषय है कि जब कई थाना क्षेत्र से बैरिकेडिंग को तोड़कर और पुलिस को चकमा देकर अपराधी भागे आ रहे थे तो फिर उस स्थिति में एक महिला दारोगा को केवल तीन पुलिसकर्मियों के साथ रात में चेकिंग में लगाना अपने आप में संदेहास्पद है। जबकि तुपुदाना ओपी में 8-10 और पुलिसवाले मौजूद थे। ओडिशा से सिमडेगा के रास्ते गौ तस्कर तस्करी करते हैं, सबसे पहले बाँसजोरा चेकपोस्ट पड़ता है, अब हर रोज यहां से तस्कर बच निकलते हैं। अब ये कैसे विश्वास किया जाए, कि यहां की पुलिस को कुछ पता ही नहीं। यह तो सरासर मामले में संलिप्तता को दर्शाता है।


