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पाठ्यक्रमों में 55 मंजिल की ऊंचाई तक उठाने वाली योजना होनी चाहिए : मोदी

उत्तर गुजरात में पाइप के विशाल नेटवर्क के जरिये 55 मंजिल जितनी ऊंचाई पर एक पूरी नदीं के पानी को पहुंचाने वाली सौनी और सुजलाम सुफलाम योजना के कार्य को प्रमुखता से शामिल किया जाना चाहिए

पाठ्यक्रमों में 55 मंजिल की ऊंचाई तक उठाने वाली योजना होनी चाहिए : मोदी
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मोडासा । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि गुजरात में इंजीनियरिंग के पाठ्यक्रमों में नर्मदा के सरदार सरोवर बांध से सैकडो किमी दूर सौराष्ट्र तथा उत्तर गुजरात में पाइप के विशाल नेटवर्क के जरिये 55 मंजिल जितनी ऊंचाई पर एक पूरी नदीं के पानी को पहुंचाने वाली सौनी और सुजलाम सुफलाम योजना के कार्य को प्रमुखता से शामिल किया जाना चाहिए।

मोदी आज यहां अरवल्ली इंजीनियरिंग कॉलेज मैदान में राज्य के जलापूर्ति विभाग की ओर से 552 करोड़ के खर्च से साकार वात्रक-माजूम- मेश्वो आधारित जलापूर्ति योजना का लोकार्पण के अवसर पर आयोजित समारोह में कहा कि पहले की सरकारों ने उत्तर गुजरात को नर्मदा योजना में रखा ही नहीं था। उनकी सरकार के विकास कार्य के चलते आज की पीढी को पहले के जल संकट, बिजली संकट और अन्य समस्याओं का पता ही नहीं है।

उन्हें इस बारे में बताया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि 55 मंजिल की ऊचाई तक सैकडो किमी दूर तक पानी पहुंचाने की योजना को भी प्रमुखता से राज्य के इंजीनियरिंग के छात्रों को अवगत कराने के लिए इसे पाठ्यक्रम में शामिल किया जाना चाहिए। उन्होंने इस अवसर पर यह भी कहा कि पूरे देश में गुजरात मॉडल की चर्चा का कारण यह है कि यह केवल वोट के लिए कुछ काम करने और जैसे तैसे कच्चे काम करने की जगह पक्के और ठोस काम करने वाला है।

उन्होंने किसानों के लिए उनकी सरकार की विभिन्न योजनाओं जिनमें प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना और किसान संपदा योजना शामिल हैं, की विस्तार से चर्चा की। ज्ञातव्य है कि वात्रक जलाशय आधारित जलापूर्ति योजना से बायड तहसील के 121 गांवों, मालपुर के 98, धनसुरा के 46 और मेघरज तहसील के 50 गांवों सहित कुल 315 गांव तथा बायड-मालपुर-मेघरज सहित तीन शहरों की कुल 8 लाख से ज्यादा आबादी को शुद्ध पेयजल उपलब्ध होने से इस क्षेत्र की वर्षों पुरानी पेयजल समस्या का अंत होने जा रहा है। माजूम जलाशय आधारित जलापूर्ति योजना द्वारा मोडासा, मेघरज और धनसुरा तहसील के 186 गांवों तथा मेश्वा आधारित जलापूर्ति योजना से भिलोड़ा एवं मेघरज तहसील के 107 गांवों को पेयजल उपलब्ध होगा।

मोदी ने मोडासा में 75 करोड़ के खर्च से आकार लेने अत्याधुनिक बस पोर्ट का शिलान्यास करते हुए कहा कि वह बस अड्डो को हवाई अड्डे जैसा साफ सुथरा और सुंदर बनाना चाहते हैं। उन्होंने एपीएमसी के बाजकोट में 71.50 करोड़ के खर्च से निर्मित सब यार्ड का भी लोकार्पण किया ओर कहा कि सरकार की ई नाम योजना के जरिये अब किसान मोबाईल फोन के जरिये अपनी फसलों को उचित कीमत पर बेच सकते हैं।

उन्होंने शहरी आवागमन सुविधा को ज्यादा तेज बनाने के लिए मोडासा शहर को जोड़ने वाले 52 करोड के खर्च से निर्मित राजेन्द्र नगर चौराहा-मोडासा तक की सड़क का भी लोकार्पण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री विजय रूपाणी, उपमुख्यमंत्री नीतिन पटेल, केंद्रीय मंत्री जसवंत भाभोर, विधानसभा अध्यक्ष रमनलाल वोरा तथा कई मंत्री और अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित थे।


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