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जीवन में जहां से कुछ प्राप्त करते हैं उसे वापस देने का लक्ष्य होना चाहिए : शाह

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा कि जीवन में जहां से कुछ प्राप्त करते हैं उसको वापस देने का भी जीवन में लक्ष्य रखना चाहिए

जीवन में जहां से कुछ प्राप्त करते हैं उसे वापस देने का लक्ष्य होना चाहिए : शाह
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आणंद। केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा कि जीवन में जहां से कुछ प्राप्त करते हैं उसको वापस देने का भी जीवन में लक्ष्य रखना चाहिए।

श्री शाह ने डॉ. वर्गीज कुरियन को याद करते हुए कहा कि उन्होंने ग्रामीण लोगों में टिकाऊ, परिस्थिति के अनुरूप, अनुकूल और न्यायसंगत सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए इस संस्थान की स्थापना की और यह उद्देश्य हमेशा आपकी नजर के सामने रहना चाहिए। जीवन में जहां से कुछ प्राप्त करते हैं उसको वापस देने का भी जीवन में लक्ष्य रखना चाहिए। श्री अमित शाह आज अपने गुजरात दौरे के तीसरे दिन इंस्टीट्यूट ऑफ़ रूरल मैनेजमेंट आणंद (आईआरएमए) के 41वें वार्षिक दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने इस अवसर पर कहा कि गांधीजी ने कहा था कि इस देश की आत्मा गांवों में बसती है। इस देश को अगर समृद्ध, सुविधापूर्ण और आत्मनिर्भर बनाना है तो गांव को समृद्ध, सुविधापूर्ण और आत्मनिर्भर बनाना होगा और इसकी शुरुआत 2014 में श्री नरेन्द्र मोदी जी के देश का प्रधानमंत्री बनने के बाद से हुई है। श्री मोदी ने ग्रामीण विकास के लिए एक नई कल्पना देश और दुनिया के सामने रखी। जब तक व्यक्ति का विकास नहीं होता तब तक गांव का विकास नहीं होता है। जब तक क्षेत्र का विकास नहीं होता तब तक गांव का विकास नहीं हो सकता। व्यक्ति का विकास करना, उसके जीवन को सुविधापूर्ण बनाना, गांव और क्षेत्र का विकास करना, तब जाकर ग्रामीण विकास की यह कल्पना पूरी होती है। व्यक्ति, गांव और क्षेत्र, इन तीनों के विकास के लिए नरेंद्र मोदी सरकार ने आठ सालों में बहुत कुछ किया है।

सहकारिता मंत्री ने कहा कि देश के साठ करोड़ लोग ऐसे थे जिनके पास बैंक अकाउंट ही नहीं था और उनका देश के अर्थतंत्र के साथ कोई सरोकार ही नहीं था। आठ साल में देश में कोई भी परिवार ऐसा नहीं है जहां बैंक अकाउंट नहीं पहुंचा है। उन्होंने कहा कि पूर्वांचल में कई ऐसे परिवार थे जहां आजादी के 70 सालों के बाद भी बिजली नहीं पहुंची थी। देश के हर घर में बिजली पहुंचाने का काम देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने किया है। देश के हर घर में शौचालय जैसी मिनिमम रिक्वायरमेंट भी पूरी नहीं हुई थी और नरेंद्र मोदी जी ने स्वच्छता का अभियान शुरू किया और आज देश के हर घर में शौचालय है। हर घर में नल से फ्लोराइडविहीन शुद्ध जल जल पहुंचे इसकी व्यवस्था की गई है। हर गरीब के घर में गैस पहुंचाने का काम नरेंद्र मोदी सरकार ने किया है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना के तहत आरोग्य कार्ड देकर पांच लाख रूपए तक की सारी स्वास्थ्य सुविधाएं नरेंद्र मोदी सरकार ने देश के साठ करोड़ ग़रीबों को दी हैं। व्यक्ति के जीवन को सुविधायुक्त बनाने और उसके जीवनस्तर को उठाने के लिए ढेर सारे काम नरेंद्र मोदी सरकार ने किए हैं।

उन्होंने कहा कि ग्रामीण विकास का दूसरा पहलू था कि गांव को सुविधायुक्त बनाना और इसके लिए सबसे बड़ी चीज थी प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, लेकिन अगर तहसील के साथ कनेक्टिविटी नहीं होगी तो गांव का विकास नहीं हो सकता। आज प्रधानमंत्री जी ने बजट की बहुत बड़ी राशि को प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना में डाइवर्ट कर गांवों को कनेक्टिविटी दी है जिससे गांव में आर्थिक गतिविधियों की शुरुआत हुई। गांवों में बिजली नहीं थी और इसके कारण गांव के लोग शहरों की ओर जाते थे लेकिन आज हर गांव में बिजली पहुंचाने का काम नरेंद्र मोदी सरकार ने किया है और इससे गांव भी आत्मनिर्भर होने की दिशा में बढ़ रहा है।

श्री अमित शाह ने कहा कि गांधीजी के बाद खादी को भुला दिया गया था लेकिन प्रधानमंत्री जी की प्रायोरिटी के कारण खादी ग्रामोद्योग का टर्नओवर एक लाख करोड़ रूपए से ज्यादा का हो चुका है। कृषि को आत्मनिर्भर किए बिना गांव का संपूर्ण विकास नहीं हो सकता और मोदी जी ने इस प्रकार की व्यवस्था की कि किसानों को ऋण लेना ही न पड़े। इस देश के 75 प्रतिशत किसान दो एकड़ से कम भूमि रखते हैं और 2 एकड़ भूमि पर किसानी का ख़र्च लगभग छह से सात हज़ार रूपए आता है। मोदी जी ने हर किसान को सालाना 6000 रूपए देकर ऐसी व्यवस्था की है जिससे किसान को लोन लेने की आवश्यकता ही न पड़े। कृषि को आत्मनिर्भर करने के लिए किसान अपना उत्पादन बढ़ा भी लेगा लेकिन मार्केटिंग कहाँ होगी, इसका सबसे सरल रास्ता कोआपरेटिव है। पहली बार आजादी के बाद सहकारिता मंत्रालय का गठन करने का काम देश के प्रधानमंत्री श्री मोदी ने किया है। मोदी जी की कल्पना और सहकारिता विभाग से अपेक्षा से भी आगे बढ़कर सहकारिता विभाग देश के ग्रामीण विकास में अपनी भूमिका बहुत अच्छी तरह से निभाएगा और ग्रामीण विकास द्रुतगति से होगा।


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