खाद्यान्नों की खरीद में कोई कमी नहीं : पीयूष गोयल
केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को सदन को बताया कि स्टॉकिंग मानदंडों की तुलना में खाद्यान्नों की खरीद में कोई कमी नहीं आई है

नई दिल्ली। केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को सदन को बताया कि स्टॉकिंग मानदंडों की तुलना में खाद्यान्नों की खरीद में कोई कमी नहीं आई है। उन्होंने यह बात किसान आंदोलन को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में कही। केंद्रीय मंत्री ने लोकसभा में एक तारांकित प्रश्न का लिखित जवाब में बताया कि खाद्यान्नों की खरीद सुचारु ढंग से चल रही है।
कर्नाटक के तुमकुर से सांसद जी. एस. बसवराज ने केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री ने पूछा कि क्या सरकार ने आंदोलनकारी किसान संघों की इस चेतावनी को गंभीरता से लिया है कि जब तक सभी मुद्दों का समाधान नहीं हो जाता है, तब तक वे राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं पर अपना आंदोलन जारी रखेंगे, फिर चाहे कृषक समुदाय को अपनी एक फसल का नुकसान ही न उठाना पड़े।
इस पर केंद्रीय मंत्री गोयल ने 'हां' में जवाब देते हुए कहा कि भारत सरकार आंदोलनरत किसान यूनियनों के साथ सक्रिय रूप से लगातार वार्ता कर रही है और उनके साथ 11 दौर की वार्ताएं हो चुकी हैं।
खाद्यान्नों के बफर स्टॉक के लिए खरीद को लेकर पूछे गए सवाल पर केंद्रीय मंत्री ने कहा, "कोविड-19 महामारी से जुड़ी सभी कठिनाइयों के बावजूद सरकार ने खरीफ विपणन सीजन में खरीद पहले ही शुरू कर दी थी, जिससे धान की खरीद में अत्यधिक वृद्धि हुई है।"
उन्होंने बताया कि 11 मार्च 2021 तक धान की खरीद 677.59 लाख टन हो चुकी थी, जोकि पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 14.16 फीसदी ज्यादा है।
पीयूष गोयल केंद्र सरकार में रेलमंत्री के साथ-साथ वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री भी हैं।
खाद्यान्नों के बफर स्टॉक की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि एक जनवरी 2021 को खाद्यान्नों (चावल और गेहूं) का कुल स्टॉक 529.59 लाख टन था, जबकि स्टॉकिंग मानदंड (उक्त तिथि के अनुसार) 214.10 लाख टन है। इस प्रकार, खाद्यान्नों का स्टॉक मानदंड से 315.49 लाख टन ज्यादा है।


