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संसद के विशेष सत्र बुलाये जाने की संभावना नहीं
ऑपरेशन सिन्दूर या आपातकाल के 50 साल पूरे होने के मौके पर संसद का विशेष सत्र बुलाये जाने की कोई संभावना नहीं है, अलबत्ता अगले माह शुरू होने वाले मानसून सत्र में इन दोनों विषयों पर किसी स्वरूप में चर्चा हो सकती है
नई दिल्ली। ऑपरेशन सिन्दूर या आपातकाल के 50 साल पूरे होने के मौके पर संसद का विशेष सत्र बुलाये जाने की कोई संभावना नहीं है, अलबत्ता अगले माह शुरू होने वाले मानसून सत्र में इन दोनों विषयों पर किसी स्वरूप में चर्चा हो सकती है।
सरकारी सूत्रों के अनुसार संसद का मानसून सत्र, आगामी आठ या 10 जुलाई से शुरू हो कर अगस्त मध्य तक चलने की संभावना है। चूंकि मानसून सत्र में करीब एक माह का समय रह गया है। इसलिए ऑपरेशन सिन्दूर हो या आपातकाल के 50 वर्ष, दोनों ही विषयों पर अलग से सत्र बुलाने की कोई आवश्यकता नहीं है।
सूत्रों ने कहा कि मानसून सत्र एक माह से अधिक समय तक चलेगा। इस दौरान इन दोनों विषयों पर किसी नियम या किसी स्वरूप में चर्चा हो सकती है। इस बारे में हालांकि कोई भी निर्णय संसदीय कार्य मंत्रालय करेगा।
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