समितियों में खाद-बीज रखने जगह नहीं
बारिश का मौसम शुरू होने को है इसे ध्यान में रखते हुए शासन द्वारा खरीफ फसल के लिए खाद बीज समितियों में भण्डारण करवाया जा रहा है

मिलरों ने नहीं उठाए बारदाने
बिलासपुर। बारिश का मौसम शुरू होने को है इसे ध्यान में रखते हुए शासन द्वारा खरीफ फसल के लिए खाद बीज समितियों में भण्डारण करवाया जा रहा है, लेकिन मिलर्स द्वारा बारदाने नहीं उठाए जाने के कारण कई समितियों में खाद रखने की जगह नहीं है। वहीं जिले में इस वर्ष लगभग दो लाख हेक्टेयर भूमि पर धान की खेती किए जाने का लक्ष्य रखा गया है।
मौसम विभाग के पूर्वानूमान के अनुसार संभवत: 15 जून के आसपास मानसून प्रदेश में आ सकता है इसे ध्यान में रखते हुए शासन द्वारा खरीफ फसल के लिए सभी सेवा सहकारी समितियों में खाद-बीज का भण्डारण करवाया जा रहा है।
वर्ष 2017-18 में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के लिए समितियों में जो बारदाने भेजे गए थे उसमें से शेष बारदाने को मिलर्स द्वारा नहीं उठाया जा रहा है जिसके कारण खाद-बीज का भण्डारण मुश्किल हो गया है। मार्कफेड के सख्त आदेश के बाद भी मिलर्स बारदाने नहीं उठा रहें हैं। मिलर्स द्वारा बारदाने नहीं उठाए जाने के कारण खरीफ फसल की तैयारी काफी प्रभावित हो सकती है।
दलहन-तिलहन को बढ़ावा
शासन द्वारा प्रतिवर्ष दलहन-तिलहन की खेती को बढ़ावा दिया जाता है, लेकिन अधिकांश किसान धान की ही खेती करते हैं क्योंकि धान की फसल को ज्यादा देख-रेख की आवश्यकता नहीं होती वहीं बंदर व अन्य जानवर के कारण किसान दलहन-तिलहन की खेती नहीं करते। इस वर्ष जिले में 7,800 हेक्टेयर भूमि पर दलहन-तिलहन की खेती करने का लक्ष्य रखा गया है।


