पिछले पांच वर्षो में भारत में खेलों के क्षेत्र में बहुत बड़ा बदलाव आया है
मैं हाल में ओडिशा गया था और वहां मैंने सात स्पोर्ट्स अकादमियां देखी जिसमें निजी निवेशकों का धन लगा है

मुंबई। रग्बी में 25 वर्षो तक भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले पूर्व खिलाड़ी और अभिनेता राहुल बोस का कहना है कि पिछले पांच वर्षो में भारत में खेलों के क्षेत्र में बहुत बड़ा बदलाव आया है। बोस मंगलवार को यहां 'ब्रेकिंग बैरियर्स' नामक एक शो के उद्धाटन के दौरान संवाददाताओं से बात कर रहे थे।
देश में खिलाड़ियों के लिए मौजूद सुविधाओं पर बोस ने कहा, "मैं समझता हूं कि पिछले पांच वर्षो में खेल से जुड़ी जिस तरह की सुविधाएं देश में आई हैं, वे पहले मौजूद नहीं थी। मेरा मानना है कि भुवनेश्वर देश की खेल राजधानी होगी।"
बोस ने कहा, "हम सभी पटियाला (पांजाब) के बारे में जानते हैं। वहां पर मुक्केबाजी और कुश्ती के लिए पहले से दो से तीन अकादमी मौजूद हैं। जिंदल (जिंदल स्टील एंड पावर) ने बेंगलुरू के बाहर विजयनगर में अच्छी स्पोर्ट्स अकादमी बनाई है। इसलिए मैं समझता हूं कि अगले 10-15 वर्षो में लोग भारत में खेल के लिए मौजूद सुविधाओं पर सवाल उठाना बंद कर देंगे।"
उन्होंने कहा कि नैगमिक सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) के तहत व्यापारियों का खेल अकादमियों में निवेश करने से खेल की स्थिति बेहतर होगी।
बोस ने कहा, "इससे पहले व्यापारी और पूंजीपति सीएसआर के तहत मंदिर या स्कूल बनाते थे लकिन अब वे स्पोर्ट्स अकादमियों में निवेस कर रहे हैं। मैं हाल में ओडिशा गया था और वहां मैंने सात स्पोर्ट्स अकादमियां देखी जिसमें निजी निवेशकों का धन लगा है।"


