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दुनिया ने देखा भारतीय वायुसेना का दम

हर वर्ष 8 अक्टूबर को भारतीय वायुसेना दिवस पर वायु यौद्धा पूरे जोश के साथ स्थापना दिवस मनाते हैं

दुनिया ने देखा भारतीय वायुसेना का दम
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गाजियाबाद। हर वर्ष 8 अक्टूबर को भारतीय वायुसेना दिवस पर वायु यौद्धा पूरे जोश के साथ स्थापना दिवस मनाते हैं। हिंडन एयरबेस रविवार को भारतीय वायुसेना के पराक्रम, उत्साह और बेजोड़ समन्वय का सानी बना। मौका था 85वें स्थापना दिवस समारोह का।

वायुसेना ने इस मौके पर जहां पूरी दुनिया को अपनी ताकत का अहसास कराया वहीं अदम्य उत्साह और बेहतर तालमेल का परिचय दिया। बात धरती की हो या फिर नभ की। वायु यौद्धाओं को समन्वय लाजवाब दिखा। आसमान का सीना चीरते हुए हिंडन एयरबेस पहुंचे लड़ाकू विमानों को देख परेड ग्राउंड पर मौजूद जनसमूह का सीना चौड़ा हो गया। परेड ग्रांउड पर वायुसैनिकों ने अपनी चुस्ती-फुरती और अद्भुत तालमेल का परिचय दिया।

परेड के बाद एयर वॉरियर्स ड्रिल टीम ने थ्री क्नॉट थ्री की राइफल को उंगली पर नचाकर दर्शकों को दांतो तले उंगली दबाने को मजबूर कर दिया। पलक झपकते ही वायुसैनिक कब अपनी पॉजीशन बदल लेते, दर्शकों को पता भी नहीं चलता। इसके बाद एयर शो का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के अंत में एयर शो के दौरान वायुसेना के जांबाज पायलटों के करतब देख एयरबेस पर करतल ध्वनि रुकने का नाम नहीं ले रही थी।

सुबह करीब आठ बजे पैराजंपर्स की टीम आकाशगंगा ने एएन-32 विमान से आठ हजार फीट की ऊंचाई से छलांग लगाकर कार्यक्रम की शुरूआत की। टोही विमान एईएनसी ने दर्शकों की निगाहें बांध लीं। एयर शो में इस टोही विमान को पहली बार शामिल किया गया है। माल वाहक विमान सी-17 ग्लोब मास्टर, जो यमन में चलाए गए राहत अभियान में काम आया था, ने दशकों का ध्यान अपनी ओर खींच लिया।

इसके बाद तीन जगुआरए फिर अंबाला से उड़ान भरकर आये मिग.21 और उसके पीछे.पीछे मिग.29ए ग्वालियर एयरबेस से उड़ान भरकर आये मिराज.2000ए हलवारा एयरबेस से सुखोई.30 एमकेआई परेड ग्राउंड के ऊपर पहुंच गए। इस दौरान एयरबेस पर प्रदर्शित सी.17 ग्लोब मास्टरए मिगए जुगआरए हॉकए भारत में निर्मित लाइट कैंबेट एयरक्राफ्ट तेजसए सुखोई.30ए ध्रुव हैलीकॉप्टर भारतीय वायुसेना की क्षमता की कहानी खुद बयां कर रहे थे। कहने की बात नहीं है कि इन सबके आगमन में सेंकडों के अंतर और बेहतर फोर्मेशन ने हमारे पायलटों के अदभुत तालमेल और साहस का परिचय दिया। डिस्प्ले के पीछे दीवार पर एयर मार्शल अर्जन सिंह की तस्वीर देख ऐसा लग रहा था कि मानों अर्जन सिंह खुद पूरे कार्यक्रम पर नजर रख रहे हों।

आकाशगंगाष् के बाद वायुसेना बैंड की धुन पर परेड ग्राउंड पर पहुंची। परेड में 28 अफसरों और 258 वायुसैनिकों ने हिस्सा लिया। इसके साथ ही खास मेहमानों के आगमन का सिलसिला शुरू हो गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वायुसेनाध्यक्ष बीएस धनोआ ने परेड का निरीक्षण किया। इससे पहले उनके आगमन पर वायुसेना का झंडा लिए तीन विमानों ने हवा से सेल्यूट किया।

वायुसेना के जवानों ने अपनी कार्यक्षमता और बहादुरी की मिसाल पेश करके लोगों को हतप्रभ कर दिया। परेड का निरीक्षण एवं अलंकरण समारोह के बाद वायुसेना अध्यक्ष ने परेड को संबोधित किया और वायु सैनिकों की होसला अफजाई की। उन्होने कहा कि वायुसेना अपनी क्षमताओं का लगातार विस्तार कर रही है।



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