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नदी तटबंधों में पड़ी दरारों को पाटने का काम युद्ध स्तर पर जारी

 पंजाब के जल संसाधन मंत्री सुखबिंदर सिंह सरकारिया ने कहा है कि बाढ़ प्रभावित लुधियाना ,मोगा और जालंधर जिले में सतलुज नदी के तटबंधों में आयी बारह दरारों को पाटने का काम युद्ध स्तर पर जारी

नदी तटबंधों में पड़ी दरारों को पाटने का काम युद्ध स्तर पर जारी
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चंडीगढ़ । पंजाब के जल संसाधन मंत्री सुखबिंदर सिंह सरकारिया ने कहा है कि बाढ़ प्रभावित लुधियाना ,मोगा और जालंधर जिले में सतलुज नदी के तटबंधों में आयी बारह दरारों को पाटने का काम युद्ध स्तर पर जारी है ।

ज्ञातव्य है कि राज्य के बाढ़ प्रभावित कुछ जिलों में त्रासदी झेल रहे लोग बेबस तथा असहाय महसूस कर रहे हैं क्योंकि उनके गांवों में अभी तक कई फुट पानी भरा हुआ है तथा घरों की छतों पर भादों की चिलचिलाती धूप में समय काट रहे लोगों को नावों के सहारे खाने पीने का सामान मुहैया कराया जा रहा है । इनके मवेशी भी बाढ़ में बह गये और घर का सारा सामान खराब हो गया ।

गत 19 अगस्त से तीन दिनों तक भारी बारिश होने तथा भाखड़ा बांध का जलस्तर खतरे के निशान के आसपास पहुंचने पर उससे छोड़े गये पानी के कारण सतलुज नदी ने बाढ़ की स्थिति पैदा की और इसके अलावा कुछ छोटे नदी नालों के पानी ने हालात को और खराब किया जिससे पंजाब के नौ जिलों में घुसे बाढ के पानी ने तबाही मचाई जिसका दंश अब तक लोग झेल रहे हैं । लोग सड़कों या शिविरों में रहकर दिन गुजारने का मजबूर हैं और सब कुछ गंवा देने के बाद वो सरकारी सहायता पर निर्भर हैं ।

श्री सरकारिया ने आज यहां बताया कि अब तक बारह दरारों को भरा जा चुका है और शेष दरारों को पाटने का काम जारी है । आने वाले कुछ दिनों में इन दरारों को भर दिया जायेगा । उन्होंने भी अपना एक माह का वेतन बाढ़ प्रभावितों के लिये मुख्यमंत्री राहत कोष में दिया है । प्राकृतिक आपदा ने राज्य में भारी तबाही मचाई है । राज्य सरकार तथा विभिन्न् धार्मिक ,सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ताओं ने सतलुज नदी में आई दरारों को भरने में बड़ा योगदान दिया है । उनके विभाग के अधिकारी भी इस काम में हाथ बंटा रहे हैं ।

श्री सरकारिया ने बताया कि फिल्लौर उपमंडल के मीओवाल तथा माउ साहिब गांवोें में सतलुज नदी के तटबंधों में आई नौ बड़ी दरारों को भर दिया गया है । अब लुधियाना जिले में भोलेवाल गांव में पड़ी 168 फुट चौड़ी दरार को पाटने का काम गत शनिवार को पूरा कर लिया गया ।मोगा जिले के किशनपुरा गांव में पड़ी दो दरारों को भी भर दिया गया है ।

उन्होंने कहा कि सबसे अधिक प्रभावित जालंधर जिले के जानियां चहल गांव में नदी तटबंध में पड़ी पांच सौ फुट चौड़ी दरार तथा संगोवाल में पड़ी दो सौ फुट चौड़ी दरार को पाटने में बड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है । रोपड़ जिले के भाउवाल गांव में सतलुज नदी के तटबंध में आई पचास फुट ,खैराबाद गांव में डेढ़ सौ फुट चौड़ी दरार तथा सुरतापुर गांव में साठ फुट चौड़ी दरार को पाटा जा रहा है ।

जल संसाधन मंत्री ने विभाग के अधिकारियों और इंजीनियरों के साथ राहत कार्यों का जायजा लिया ।

उन्होंने कहा कि सतलुज नदी के कमजोर बांधों के निर्माण तथा मरम्मत के लिये आवश्यक सामान तथा मजदूरों के लिये दो करोड़ के फंड जारी किये हैं ।


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