सरकार और किसानों के बीच आज होने वाली वार्ता पर है पूरे देश की निगाहें
राजधानी दिल्ली में किसान आंदोलन इस ठंड में अभी भी जारी है

नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में किसान आंदोलन इस ठंड में अभी भी जारी है। आज इस आंदोलन का 44वां दिन है। आज का दिन एक बार फिर से केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ जारी आंदोलन के लिए अहम हैं क्योंकि आज शुक्रवार को सरकार और किसानों के बीच एक बार फिर से वार्ता होनी है। जी हां आज एक बार फिर से विज्ञान भवन में वार्ता होगी। कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के नेतृत्व में सरकार का प्रतिनिधिमंडल एक बार फिर से किसानों को मनाने की कोशिश करेगा।
वैसे ऐसा नहीं है कि किसान और सरकार के बीच यह पहली बार वार्ता हो रही है बल्कि इससे पहले आठ बार और वार्ता हो चुकी है। पिछले 8राउंड की बैठक में कुछ खास हल नहीं निकला लेकिन 2 मामलों में किसानों को राहत देने की बात कही गई है। सरकार किसानों को एमएसपी पर लिखित आश्वासन देने को तैयार और साथ ही इन कानूनों में संशोधन को तैयार है लेकिन सरकार इन कानूनों को वापस लेने के लिए तैयार नहीं हैं। अब जहां एक तरफ सरकार इन कानूनों को वापस लेने के लिए तैयार नहीं हैं तो वहीं किसान इन कानूनों को खत्म करने की अपनी मांग पर अड़े हुए हैं। दोनों ही पक्ष का रवैया अड़ियल है और कोई झुकने को तैयार नहीं है।
आपको बता दें कि कल यानि की गुरुवार को किसानों ने राजधानी दिल्ली में ट्रैक्टर रैली निकाली। क्या बच्चे क्या बुजुर्ग और क्या महिलाएं सब इस ट्रक्टर रैली का हिस्सा थे। बड़े स्तर पर टैक्टरों में सामान लेकर और लोगों के साथ ये रैली निकाली गई। किसानों ने साफ कहा कि 26 जनवरी से पहले यह रैली एक रिहर्सल है क्योंकि 26 जनवरी को तो इससे भी बड़ा प्रदर्शन होगा। 26 जनवरी को किसान सरकार के प्रति अपना विरोध जताते हुए ट्रैक्टर रैली निकालेंगे। अब देखना होगा कि आज होने वाली इस वार्ता में क्या निष्कर्ष निकलता है।


