रस्सी पर चलकर 10 साल की बेटी चला रही पूरा परिवार
जिस उम्र में कदमों को स्कूल की राह पर होना चाहिए, उस नन्ही सी उम्र में मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में एक बेटी रस्सियों पर चलकर अपने परिवार के छह लोगों का पेट भरने की जिम्मेदारी उठा रही है

बैतूल। जिस उम्र में कदमों को स्कूल की राह पर होना चाहिए, उस नन्ही सी उम्र में मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में एक बेटी रस्सियों पर चलकर अपने परिवार के छह लोगों का पेट भरने की जिम्मेदारी उठा रही है।
मूल तौर पर छत्तीसगढ़ के बिलासपुर की रहने वाली दस साल की संजना रस्सी पर चलकर खेल दिखाती है, उसकी कला से प्रभावित होकर लोग पैसा देते हैं, जिससे वह अपना और अपने परिवार का पेट भरती है।
बमुुश्किल तीन फुट की ये बच्ची कभी दो बांस के बीच बंधी रस्सी पर हाथों में बांस लिए चलती है, तो कभी रस्सी पर परात रखकर परात में चलती है।
संजना के भाई महेश ने बताया कि पूरा परिवार पीढ़ियों से रस्सी पर करतब दिखाने का काम कर रहा है। पिछले कई साल से संजना पूरे परिवार को पाल रही है।
वहीं संजना ने कहा कि वह भी स्कूल जाना चाहती है, लेकिन घर की जिम्मेदारियां उसे स्कूल नहीं जाने देती।
उसने बताया कि वह अभी तक हजारों बार रस्सी पर चल चुकी है, ये हुनर उसे उसके दिवंगत पिता ने सिखाया था। उसके परिवार में मां और बाकी भाई-बहन हैं।


