ग्रामीणों का पंचेश्वर बांध को लेकर जबर्दस्त विराेध
उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र के महत्वपूर्ण पंचेश्वर बांध को लेकर ग्रामीणों और व्यापारियों में व्याप्त विरोध थम नहीं रहा है। सूत्रों के अनुसार व्यापारियों एवं ग्रामीणों में बांध बनाने की प्रक्रिया को ल
नैनीताल। उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र के महत्वपूर्ण पंचेश्वर बांध को लेकर ग्रामीणों और व्यापारियों में व्याप्त विरोध थम नहीं रहा है। सूत्रों के अनुसार व्यापारियों एवं ग्रामीणों में बांध बनाने की प्रक्रिया को लेकर जबर्दस्त विरोध है।
ग्रामीणों का कहना है कि सरकार ने बांध बनाने की प्रक्रिया शुुरू कर दी है लेकिन प्रभावित ग्रामीणों एवं व्यापारियों के हितों की अनदेखी की है। पिछले माह झूलाघाट में व्यापारियों ने पंचेश्वर बांध के खिलाफ बड़ा आंदोलन किया था।
व्यापारियों ने जनता एवं ग्रामीणों के हितों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए बांध की डीपीआर को आग के हवाले कर दिया था। व्यापारियों ने तब साफ-साफ कहा था कि डीपीआर में प्रभावित लोगों के हितों की अनदेखी की गयी है। उसमें प्रभावितों के बारे में कुछ नहीं कहा गया है। इसी तरह जनपद के अन्य ग्रामीणों में भी रोष है।
बांध विरोधियों ने रज्यूड़ा गांव में जबर्दस्त प्रदर्शन किया और केन्द्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। रज्यूड़ा में ग्रामीणों ने सरकार पर अनदेखी का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार सुनवाई करने से पहले ग्रामीणों से बात करे।
सरकार 11 अगस्त को होने वाली सुनवाई को स्थगित करे। राज्य आंदोलनकारी प्रेम सिंह के नेतृत्व में आसपास के ग्रामीण रज्यूड़ा में एकत्रित हुए। उन्होंने केन्द्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।
ग्रामीणों ने केन्द्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय को एक ज्ञापन भी भेजा है। ज्ञापन में साफ-साफ कहा गया कि केन्द्र सरकार बांध के नाम पर जन सुनवाई कर ग्रामीणों के साथ धोखा कर रही है। ग्रामीणों की ओर से कहा गया कि सरकार को ग्रामीणों की कोई चिंता नहीं है।
जिससे ग्रामीण बेहद आहत हैं।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि 11 अगस्त को यदि सरकार ने सुनवाई स्थगित नहीं की तो गांव वालों को आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा जिसकी जिम्मेदारी केन्द्र सरकार की होगी।


