फिलहाल बेनतीजा रहा श्री श्री का बहुप्रचारित प्रयास
ऐतिहासिक रामजन्मभूमि/बाबरी मस्जिद विवाद को बातचीत के जरिये हल कराने का आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर का बहुप्रचारित प्रयास का नतीजा फिलहाल सिफर नजर आ रहा है

अयोध्या। ऐतिहासिक रामजन्मभूमि/बाबरी मस्जिद विवाद को बातचीत के जरिए हल कराने का आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर का बहुप्रचारित प्रयास का नतीजा फिलहाल सिफर नजर आ रहा है।
आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर ने कल इसी सिलसिले में लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी जबकि आज वह श्रीरामजन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष नृत्य गोपालदास और इससे जुड़े कुछ अन्य लोगों से मिले।
श्री दास से मिलने के बाद उन्होंने स्वयं कहा, “मेरे पास कोई फार्मूला नहीं है लेकिन मैं एक प्लेटफार्म देकर इस विवाद से जुड़े सभी पक्षों को बातचीत का माैका देना चाहते हैं। मैं यह मानता हूं कि मेरे प्रयासाें से बहुत लोग सहमत नहीं होंगे लेकिन उससे ज्यादा लोगों का समर्थन उन्हें प्राप्त है।”
श्री रविशंकर का इस बाबत अपनी यात्रा शुरु करने से पहले ही विरोध शुरु हो गया था। मामले से जुड़े दो प्रमुख संगठन विश्व हिन्दू परिषद(विहिप) और सुन्नी सेन्ट्रल वक्फ बोर्ड ने खुलेआम विरोध किया था लेकिन शिया वक्फ बोर्ड ने उनका समर्थन किया। हालांकि, ऑल इण्डिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड भी उनके प्रयासों के विरोध में आ खड़ा हुआ।
श्री श्री रविशंकर के प्रयासों का विरोध करने वालों का तर्क था कि मामला आगे बढ़ गया है। अब इसमें जो करेगा वह उच्चतम न्यायालय करेगा। न्यायालय का फैसला ही मान्य होगा। मामले के एक पक्षकार इकबाल अंसारी ने तो यहां तक कह दिया कि बातचीत से मामले के हल की बात करने वाले सिर्फ मीडिया में सुर्खियां बटोरने आते हैं जबकि सुलह समझौते का समर्थन करने वाले कहते हैं कि उच्चतम न्यायालय ने भी कहा है कि न्यायालय से बाहर यदि इस मसले का हल हो जाए तो वह भी मदद करेंगे। यह अच्छा रहेगा।


