शिक्षक ने छात्र को बेरहमी से पीटा
कक्षा चार के एक स्टूडेंट को टीचर ने स्टाफ रूम में बिना परमीशन के आने पर उसकी बेरहमी से पिटाई कर दी

गाजियाबाद। कक्षा चार के एक स्टूडेंट को टीचर ने स्टाफ रूम में बिना परमीशन के आने पर उसकी बेरहमी से पिटाई कर दी, उसके प्रायवेट पार्ट पर लात मार दी मासूम बच्चा बेहोश हो गया बेरहमी की इन्तहा तब हो गई जब बच्चे को टीचर ने पास ही एक खेत में जा फेंका।
स्कूल में पढ़ रहे पीड़ित बच्चे के बड़े भाई ने घर जाकर घटना की जानकारी परिजनों को दी। परिजनों ने टीचर से शिकायत करने पर टीचरें ने उनकी एक न सुनी ओर यह कहते हुए स्कूल में तो ऐसी ही पिटाई होगी उन्हें स्कूल से भगा दिया, उधर बच्चे की बिगड़ती हालत को देखते हुए परिजनो ने 100 नम्बर पुलिस को फोन कर घटना की सूचना देने के बाद बच्चे को उपचार के लिए प्राइवेट हास्पिटल में एडमिट कराया हैं। जहां बच्चे की हालत गंभीर बताई जा रही हैं। उधर लोनी कोतवाली इंसपेक्टर अभयप्रताप सिंह ने बताया कि पुलिस के संज्ञान में मामला आया हैं पुलिस मामले की जांच कर रही हैं ।
क्या है मामला
लोनी की मुस्तफाबाद कालोनी में रहने वाले नूर मोहम्मद आटो चला कर आने परिवार का पालन पोषण करते हैं एनूर मोहम्मद ने बताया कि उनके तीन बच्चे बडा सहिल कक्षा 6 एसमीर कक्षा 4 तथा बेटी सहरीन कक्षा 1 में निठौरा रोड स्थित हाजी बाबू मेजर स्कूल में पढ़ते हैं। रोजाना की तरह आज वे अपने बच्चों को स्कूल छोड़ कर आए थे।
करीब पोने 10 बजे उनका बड़ा बेटा रोते हुए घर आया आर उन्हे बताया कि समीर को उसके टीचर ने बहुत मारा ओर वह खेतों मे पड़ा है। इसके बाद वे स्कूल में पहुंचे और जहां मौजूद टीचरों से बच्चे के साथ मारपीट के बाबत शिकायत की इस पर टीचर बिफर पड़े और कहा कि स्कूल में तो एकसे ही पिटाई होगी। इस दौरान उन्होंने 100 नम्बर पर कॉल कर खेतों मे बेहोश पड़े समीर को लोनी गाजियाबाद रोड पर एक निजि हास्पिटल में एडमिट कराया हैं। जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही हैं
क्या कसूर था समीर का
परिजनों ने बताया कि उन्होंने कुछ बच्चों से पूछताछ की थी, कि आखिर समीर ने ऐसा क्या कर दिया, जो उसे इस बेरहमी से पीटा गया। उन्होंने बताया कि उन्हे पता चला कि स्कूल के स्टाफ रूम में बिना परमीशन के समीर चला गया था जहां एक टीचर किसी महिला टीचर के साथ बैठे बात कर रहे थे इस बात से ही नाराज होकर टीचर ने समीर की पिटाई कर दी बेहोश हो जाने पर उसे स्कूल के पास एक खेत में फेंक दिया।
क्या कहता है स्कूल प्रबंधन
स्कूल के प्रबंधक बाबू हाजी मेजर ने बताया कि मदरसा बोर्ड से आठवीं तक स्कूल की मान्यता मिली हुई हैं उन्होंने मारपीट के आरोप को निराधार बताते हुए बताया कि चार दिनों की छुट्टी के बाद आज स्कूल खुलने पर बच्चा यूनिफार्म में नही आया था इसलिए उसे वापस घर भेज दिया गया था। बाबू हाजी ने पैरटस पर ही आरोप लगाते हुये बताया कि पैरटस अपने साथ चार पांच दबंगों को लेकर आये थे और इस बात लेकर काफी अभद्रता से पेश आते हुये मारपीट और गाली गलौज पर उतारू हो गये थे ।
शाम तक परिजन भटकते रहे लेकिन नहं हुई एफ आईआर
बच्चे के पिरजनों ने बताया कि सुबह 100 नम्बर की पुलिस आई थी जांच कर चली गई वे दोपहर तक बच्चे की तीमारदारी में लगे थे दोपहर तक बच्चे को होश नही आया था पुलिस थाने मे तहरीर लेकर गये तो उनकी तहरीर नही ली गइए र्कहा गया कि साहब आयेगे जब तहरीर ली जायेगी वही स्कूल प्रबंधन की और से भी उन पर फैसला करने का दबाब बनाया जा रहा हैं।


