देश, राज्य बचाने के लिए संघीय ढांचे की मज़बूती ज़रूरी : संधवां
पंजाब विधानसभा के अध्यक्ष कुलतार सिंह संधवां ने शनिवार को कहा है कि देश और राज्यों को बचाने के लिए संघीय ढांचे की मज़बूती बहुत ज़रूरी है

चंडीगढ़। पंजाब विधानसभा के अध्यक्ष कुलतार सिंह संधवां ने शनिवार को कहा है कि देश और राज्यों को बचाने के लिए संघीय ढांचे की मज़बूती बहुत ज़रूरी है।
“पिंड बचाओ-पंजाब बचाओ” संस्था द्वारा केंद्रीय श्री गुरु सिंह सभा के सहयोग से “देश में फ़ेड्रलिज़्म-चुनौतियाँ एवं संभावनाएँ” विषय पर करवाए गए सेमिनार को संबोधित करते हुए अध्यक्ष कुलतार सिंह संधवां ने कहा कि आज के समय में जिस तरह का माहौल देश में बन गया है, तब संघीय ढांचे का मुद्दा हमारे लिए बहुत अहम हो गया है।
उन्होंने कहा कि देश की सलामती और देश को ताकतवर होता देखने के लिए संघीय ढांचे की रक्षा करनी पड़ेगी। रक्षा करने का ज़िम्मा भी सदियों से पंजाब को उठाना पड़ा है।
अध्यक्ष ने कहा कि पंजाब और बंगाल के लोगों ने हमेशा ही अन्याय के विरुद्ध आवाज़ बुलंद की है और अब भी करनी पड़ेगी। उन्होंने विशेष के रूप से कहा कि हमारे लिए संघीय ढांचे का सबसे बड़े महत्वपूर्ण शब्द गुरू श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी हैं, जहाँ प्रत्येक को बराबर की जगह एवं आदर दिया गया है।
श्री संधवां ने कहा कि देश को एकवाद की प्रणाली में नहीं रखा जा सकता, बल्कि इसकी ख़ूबसूरती विविधताओं में एकता की है। उन्होंने कहा कि देश में भाषाई, भौगोलिक, सांस्कृतिक आदि भिन्नताएँ हैं और इनको एक साथ एक ताकत के रूप में देखना संघीय ढांचे में ही संभव है। उन्होंने अफ़सोस जताया कि जिन संस्थाओं ने संविधान और लोकतंत्र को और अधिक मज़बूती प्रदान करनी थी, आज के समय में उनको ख़त्म कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि देश में जी.एस.टी. लाकर संघीय ढांचे को चोट पहुँचाई गई है। इसी तरह सी.ए.जी. के ऊपर आई.ए.एस. अधिकारी लगाकर संघीय ढांचे की भावना ख़त्म की जा रही है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) बड़े कारोबारी गौतम अडानी की ओर देख तक नहीं रही, जबकि बाकी सबको निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि देश एक ऐसा शरीर है जिसको चलता रखने के लिए फ़ेडरलिज़्म रूपी नाडिय़ों द्वारा ऑक्सीजन या खून की आपूर्ति करने की ज़रूरत है।


