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अभी भी मुख्य सरकारी साइट पर मौजूद है ईरान के विदेश मंत्री और डोभाल की मुलाकात को लेकर जारी बयान

ईरान ने भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल के साथ मुलाकात के दौरान पैगंबर विवाद पर अपने विदेश मंत्री हुसैन आमिर अब्दुल्लाहियन की टिप्पणी को विदेश मंत्रालय की वेबसाइट से तो हटा लिया है

अभी भी मुख्य सरकारी साइट पर मौजूद है ईरान के विदेश मंत्री और डोभाल की मुलाकात को लेकर जारी बयान
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नई दिल्ली। ईरान ने भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल के साथ मुलाकात के दौरान पैगंबर विवाद पर अपने विदेश मंत्री हुसैन आमिर अब्दुल्लाहियन की टिप्पणी को विदेश मंत्रालय की वेबसाइट से तो हटा लिया है, लेकिन इसे अभी तक सरकारी साइट से नहीं हटाया गया है।

ईरानी सरकार की वेबसाइट पर इसे अभी भी देखा जा सकता है।

इससे पहले ईरान की ओर से जारी बयान में दावा किया गया था कि उसके विदेश मंत्री को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने बताया था कि जो लोग पैगंबर के खिलाफ विवादास्पद टिप्पणी करते हैं उन्हें सबक सिखाया जाएगा। इस पंक्ति का अब ईरानी विदेश मंत्रालय की वेबसाइट पर उल्लेख नहीं है।

ईरान ने गुरुवार को बयान वापस ले लिया था।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा था, "आमतौर पर मैं वरिष्ठ गणमान्य व्यक्तियों और एनएसए और ईरानी विदेश मंत्री के बीच बैठक पर टिप्पणी करना पसंद नहीं करता। मेरी समझ यह है कि जिस बयान का आप जिक्र कर रहे हैं, उसे वापस ले लिया गया है।"

उन्होंने कहा था, "हमने यह स्पष्ट कर दिया है कि ट्वीट और निजी टिप्पणियां सरकार के रुख को प्रदर्शित नहीं करती हैं। हमारे वार्ताकारों को इस बारे में बता दिया गया है। ऐसे ट्वीट एवं टिप्पणियां करने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी की गई है।"

उन्होंने कहा कि पैगंबर मोहम्मद को लेकर विवादित टिप्पणी पर कुवैत, कतर, सऊदी अरब समेत जिन देशों ने आपत्ति जताई थी, उन्हें भारत की ओर से जवाब दे दिया गया है। उन्होंने कहा कि हमने स्पष्ट कर दिया कि सरकार किसी भी बहस के दौरान या सोशल मीडिया पर साझा किए गए किसी भी विचार का समर्थन नहीं करती है।

ईरानी विदेश मंत्री अब्दुल्लाहियन ने यह भी कहा था कि हम नई दिल्ली और तेहरान के बीच, विशेष रूप से व्यापार और अर्थव्यवस्था में अपने आगे एक उज्‍जवल और अच्छा भविष्य देख सकते हैं, दोनों देशों का नेतृत्व व्यापार की मात्रा को अपने ऐतिहासिक स्तर पर ले जाने के लिए ²ढ़ संकल्पित है।

अब्दुल्लाहियन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के अलावा अपने समकक्ष एस. जयशंकर से भी मुलाकात की थी।


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