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सेंट्रल हॉल में फिर गूंजा 'मोदी-मोदी' का नारा, उत्साह से लबरेज दिखा एनडीए का कुनबा सारा

संसद के पुराने भवन के सेंट्रल हॉल में हुए एनडीए सांसदों की बैठक में नरेंद्र मोदी को एनडीए संसदीय दल का नेता चुन लिया गया

सेंट्रल हॉल में फिर गूंजा मोदी-मोदी का नारा, उत्साह से लबरेज दिखा एनडीए का कुनबा सारा
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नई दिल्ली। संसद के पुराने भवन के सेंट्रल हॉल में हुए एनडीए सांसदों की बैठक में नरेंद्र मोदी को एनडीए संसदीय दल का नेता चुन लिया गया।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भाजपा संसदीय दल, एनडीए संसदीय दल और लोकसभा के नेता के रूप में नरेंद्र मोदी को चुनने का प्रस्ताव एनडीए सांसदों की बैठक में रखा।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, जेडीएस से एचडी कुमारस्वामी, टीडीपी मुखिया चंद्रबाबू नायडू, बिहार के मुख्यमंत्री एवं जेडीयू नेता नीतीश कुमार, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एवं शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे, एनसीपी नेता अजित पवार, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के मुखिया चिराग पासवान, हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के जीतन राम मांझी, अपना दल (एस) से अनुप्रिया पटेल और जनसेना पार्टी से पवन कल्याण ने प्रस्ताव का समर्थन और अनुमोदन किया।

एनडीए के सभी सांसदों ने खड़े होकर और तालियां बजाकर नरेंद्र मोदी को नेता चुनने के प्रस्ताव का समर्थन किया।

एनडीए सांसदों की बैठक में टीडीपी मुखिया चंद्रबाबू नायडू हों या बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, एनडीए के सभी सहयोगी दलों के नेताओं के साथ पीएम मोदी की जबरदस्त बॉन्डिंग भी देखने को मिली।

बैठक में शामिल होने के लिए जैसे ही पीएम मोदी सेंट्रल हॉल में आए, नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू सहित सभी नेताओं ने खड़े होकर, तालियां बजाकर उनका स्वागत किया। 'मोदी-मोदी' और 'फिर एक बार एनडीए सरकार' के नारे हॉल में गूंजते रहे। पीएम ने सबसे पहले हॉल में रखी गई संविधान की पुस्तक को जाकर प्रणाम किया।

बैठक के बीच में नेताओं के भाषण के दौरान पीएम मोदी, चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार के बीच काफी देर तक बात होती रही।

भाषण के दौरान चंद्रबाबू नायडू ने मोदी सरकार के 10 वर्षों के कामकाज की जमकर तारीफ करते हुए कहा कि पीएम मोदी के पास विकसित भारत और वर्ष 2047 का विजन है और भारत को सही समय पर सही नेता मिला है। नायडू ने तो इसे अपने जीवन के सबसे बड़े गर्व का क्षण तक बता दिया।

नीतीश कुमार ने पीएम मोदी के कामकाज की तारीफ करते हुए कहा कि विपक्षियों को जो थोड़ी बहुत जीत इस बार मिली है, वो अगली बार नहीं मिलेगी। उन्होंने तो यहां तक कहा कि वे चाहते हैं कि नरेंद्र मोदी जल्द से जल्द पीएम पद की शपथ लें। एकनाथ शिंदे से लेकर चिराग पासवान, एचडी कुमारस्वामी, अजित पवार, अनुप्रिया पटेल और पवन कल्याण तक सभी सहयोगियों ने एनडीए को मिली जीत का श्रेय पीएम मोदी की मेहनत और कामकाज को दिया।

एनडीए सांसदों की बैठक में चंद्रबाबू नायडू ने शॉल ओढ़ाकर और तिरुपति बालाजी की प्रतिमा भेंटकर पीएम मोदी का अभिनंदन किया। वहीं, भाषण देने के बाद बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने स्वयं पीएम के पास जाकर उनका पैर छूना चाहा। लेकिन, पीएम मोदी ने उनका हाथ थाम लिया।

पीएम मोदी ने स्वयं चिराग पासवान को बुलाकर उनके भाषण के लिए उन्हें शाबाशी दी। पवन कल्याण ने जब पीएम मोदी के बारे में नायडू द्वारा की गई भविष्यवाणी का जिक्र किया तो उस समय भी पीएम मोदी ने अपने बगल में बैठे टीडीपी नेता को धन्यवाद कहा।

एनडीए सांसदों की बैठक के लिए मंच पर कुल 13 कुर्सियां लगाई गई थी। बीच में पीएम मोदी बैठे और उनके एक तरफ चंद्रबाबू नायडू, नीतीश कुमार, एकनाथ शिंदे, चिराग पासवान, जीतनराम मांझी और अनुप्रिया पटेल बैठे नजर आए तो प्रधानमंत्री मोदी के दूसरी तरफ जेपी नड्डा, राजनाथ सिंह, अमित शाह, अजित पवार, एचडी कुमारस्वामी और पवन कल्याण बैठे नजर आए।

पीएम मोदी ने स्वयं 2024 की जीत को एनडीए गठबंधन की महाविजय बताते हुए कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी, प्रकाश सिंह बादल, बाला साहेब ठाकरे, जॉर्ज फर्नाडीस और शरद यादव जैसे नेताओं ने एनडीए की नींव रखी थी और इसके साथ उनका 30 वर्षों का नाता है। एनडीए को सुशासन का पर्यायवाची बताते हुए पीएम मोदी ने यह भी कहा कि एनडीए सिर्फ सत्ता प्राप्त करने या सरकार चलाने के लिए कुछ दलों का जमावड़ा मात्र नहीं है, बल्कि, एनडीए राष्ट्र प्रथम की भावना से कमिटेड अलायंस है। तीस वर्षों के इतिहास में एनडीए की सरकार तीन कार्यकाल पूरा कर चुकी है और चौथे कार्यकाल के लिए सरकार बनाने जा रही है। यह आंकड़ों के लिहाज से एनडीए की सबसे मजबूत सरकार है। उन्होंने कहा कि ना हम हारे थे, ना हम हारे हैं।

बैठक में एनडीए के सभी सहयोगी दलों के नेताओं का जोरदार स्वागत किया गया। एनडीए के सभी सांसद भी पूरे उत्साह और जोश से भरे हुए नजर आए। सेंट्रल हॉल में पीएम मोदी सहित सभी नेताओं के भाषणों पर जोरदार तालियां बजती रही और सांसद मेज थपथपाकर भी अपनी भावना को व्यक्त करते नजर आए।

कार्यक्रम के अंतिम हिस्से में सभी सहयोगी दलों के नेताओं, भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों सहित सांसदों ने आगे आकर पीएम मोदी को बधाई दी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जब पीएम मोदी को बधाई देने के लिए आगे आए तो प्रधानमंत्री मोदी ने उनकी पीठ भी थपथपाई।


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