Top
Begin typing your search above and press return to search.

चुनावी जीत-हार में महिला मतदाताओं की भूमिका महत्वपूर्ण- मोदी सरकार ने बनाई खास रणनीति

2023 में होने वाले देश के सभी नौ राज्यों के विधान सभा चुनाव में जीत हासिल करने के लिए जोर-शोर से प्रयास कर रही भाजपा और केंद्र की मोदी सरकार ने आधी आबादी यानी महिलाओं को लुभाने के लिए खास रणनीति बनाई है

चुनावी जीत-हार में महिला मतदाताओं की भूमिका महत्वपूर्ण- मोदी सरकार ने बनाई खास रणनीति
X

नई दिल्ली। 2023 में होने वाले देश के सभी नौ राज्यों के विधान सभा चुनाव में जीत हासिल करने के लिए जोर-शोर से प्रयास कर रही भाजपा और केंद्र की मोदी सरकार ने आधी आबादी यानी महिलाओं को लुभाने के लिए खास रणनीति बनाई है।

दरअसल, पिछले कुछ वर्षों में भारतीय समाज में महिलाओं की भूमिका लगातार प्रभावशाली होती जा रही है। हाल के वर्षों में यह देखा जा रहा है कि महिला मतदाताएं बढ़-चढ़कर न केवल घर से बाहर निकल कर वोट कर रही हैं बल्कि वे अपनी पसंद और नापसंद के हिसाब से घर के पुरूष सदस्यों से अलग हटकर भी वोट कर रही है। यही वजह है कि विधान सभा चुनाव में महिला मतदाताओं के साथ जुड़ने पर मोदी सरकार और भाजपा खास ध्यान दे रही है।

जानकारी के अनुसार, महिला मतदाताओं तक उनसे जुड़ी उपलब्धियों को पहुंचाने के लिए भाजपा ने उनसे जुड़ी योजनाओं की उपलब्धियों और तमाम आंकड़ों को इकट्ठा करना शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि मोदी सरकार ने अपनी सरकार के उन तमाम मंत्रालयों से उनकी कामकाज और उपलब्धियों का पूरा आंकड़ा मांगा है, जिन्होंने महिलाओं के विकास, उत्थान और कल्याण के लिए कुछ भी काम किया हो। सरकार की तरफ से केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा सभी मंत्रालयों से यह ब्यौरा मांगा गया है।

सरकार की मंशा इन सभी उपलब्धियों को एकत्र कर इसकी जानकारी महिला मतदाताओं तक पहुंचाने की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर उनकी सरकार के तमाम मंत्री और भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से लेकर तमाम भाजपा नेता चुनावी जनसभाओं में इन आंकड़ों के जरिए महिला मतदाताओं को भाजपा के पक्ष में लुभाने का प्रयास करते नजर आएंगे।

आपको बता दें कि, चुनाव आयोग द्वारा घोषित कार्यक्रम के अनुसार 27 फरवरी को जिन दो राज्यों- मेघालय और नागालैंड में विधान सभा का चुनाव होना है ,उन दोनों ही राज्यों में महिला मतदाताओं की संख्या पुरुषों के मुकाबले ज्यादा है। मेघालय में महिला मतदाताओं की संख्या 50.54 प्रतिशत और नागालैंड में 50.09 प्रतिशत है। वहीं, 16 फरवरी को जिस पूर्वोत्तर राज्य त्रिपुरा में मतदान होना है उस राज्य में भी महिला मतदाताओं की संख्या 49.72 प्रतिशत है।

इस वर्ष देश के जिन 6 अन्य राज्यों - मध्य प्रदेश , छत्तीसगढ़, राजस्थान, कर्नाटक, तेलंगाना और मिजोरम में चुनाव होना है वहां भी सरकार बनाने में महिला मतदाताओं की भूमिका काफी अहम होने वाली है।

मिजोरम में महिला मतदाताओं की संख्या पुरुषों से भी ज्यादा है। वर्तमान आंकड़ों के अनुसार राज्य में महिला मतदाताओं की संख्या 51.45 प्रतिशत है।

अन्य राज्यों की बात करें तो मध्य प्रदेश में महिला मतदाताओं की संख्या 48.2 प्रतिशत, छत्तीसगढ़ में 49.99 प्रतिशत, राजस्थान में 47.83 प्रतिशत, कर्नाटक में 49.5 प्रतिशत और तेलंगाना में 49.76 प्रतिशत है।

यही वजह है कि तमाम राजनीतिक दल महिलाओं को लुभाने की कोशिश में जुट गए हैं और आक्रामक रणनीति के सहारे विरोधी दलों को मात देती आ रही भाजपा ने इस फ्रंट पर भी बढ़त बनाने की तैयारी शुरू कर दी है।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it