देश निर्माण में न्यायपालिका की भूमिका अहम : कोविंद
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने देश के निर्माण में स्वतंत्र न्यायपालिका की भूमिका को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि यह संविधान के तहत नैतिक सिद्धांतों के अभिभावक के रूप में काम कर रही है

कोच्चि। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने देश के निर्माण में स्वतंत्र न्यायपालिका की भूमिका को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि यह संविधान के तहत नैतिक सिद्धांतों के अभिभावक के रूप में काम कर रही है। श्री कोविंद ने आज यहां केरल उच्च न्यायालय की स्वर्ण जयंती समारोह के समापन समारोह को संबोधित करते हुए कहा, “ स्वतंत्र न्यायपालिका के आधार पर हमारी न्यायिक व्यवस्था राष्ट्र निर्माण प्रक्रिया का एक अनिवार्य हिस्सा है। यह सुधारात्मक दिशा में काम करती है और कानून तथा प्राकृतिक न्याय की पवित्रता को कायम रखती है। इस प्रकार यह संविधान के तहत नैतिक सिद्धांतों के अभिभावक के रूप में कार्य करती है।”
राष्ट्रपति ने कहा,“यह न्याय वितरण की प्रक्रिया से जुड़े हरेक व्यक्ति को राष्ट्र निर्माता बनाती है। न्याय प्रक्रिया से जुड़े न्यायिक अधिकारी और अदालत के अधिकारी सब मिलकर देश के निर्माणकर्ता हैं और हम सभी पर एक भारी जिम्मेदारी है।” श्री कोविंद ने कहा, “आम नागरिकों का हमेशा से ही विश्वास और भरोसा रहा है कि न्यायपालिका हर समय उनके लिए खड़ी रहेगी। मुझे यकीन है कि न्यायपालिका हमेशा हमारी और लाेगों की उम्मीदों पर खरी उतरेगी।”
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