1600 छात्रों ने संगीतमयी नाटक ‘हंगबू नोलबू' से सीखा एकता का गुण
फादर एग्नेल स्कूल नॉएडा और ए.पी.जे स्कूल नोएडा में कोरियन संस्कृति केंद्र, इंडिया की तरफ से संगीतमयी नाटक ‘हंगबू नोलबू’ प्रस्तुत किया गया

दिल्ली। फादर एग्नेल स्कूल नॉएडा और ए.पी.जे स्कूल नोएडा में कोरियन संस्कृति केंद्र, इंडिया की तरफ से संगीतमयी नाटक ‘हंगबू नोलबू’ प्रस्तुत किया गया। इस एक घंटे के शो में कोरियन एवं भारतीय कलाकरों ने जीवन की सच्चाई और नैतिकता के महत्व एवं मूल्यों को दर्शाया । इस नाटक में 12 कोरियन कलाकारो और 2 इंडियन कलाकारो ने 1600 छत्रो के सामने प्रस्तुत किया।
निदेशक किम कुम प्योंग ने कहा कि कोरिया और इंडिया के कलाकार एक साथ मिल कर दुनिया में आगे बढ़ रहे हैं और भाईचारे और सचाई का सन्देश फैला रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि लड़ाई का रास्ता चुनना बहुत आसान है, वह कोई भी कर सकता है लेकिन शांति का रास्ता चुनना मुश्किल ही नहीं बहुत चुनौती पूर्ण होता है और इसके ज़रिये उस मुश्किल रस्ते को आसान बनाने की सीख दी जा रही है।
ए.पी.जे स्कूल के प्रधानाचार्य एस. सी. तिवारी ने कहा कि पूरा नाटक बहुत ही शानदार रहा। सबसे महत्वपूर्ण सन्देश था की जीत हमेशा सच्चे इंसान की ही होती है जो सबकी मदद करता है| साथ ही यह भी बताया की माफ़ ना करना बहुत आसान है लेकिन माफ़ करना मुश्किल और यह वो ही कर सकता है जो सच्चा इंसान होता है।
फादर एग्नेल स्कूल के सातवीं कक्षा के छात्र जेनिथ ने बोला कि इस नाटक से बहुत कुछ सीखने को मिला जैसे कि कभी भेदभाव नहीं करना चाहिए और हमेशा सबकी मदद करनी चाहिए।
इस नाटक में दो भाइयों के स्वभाव को दिखाया गया, 'हंगबू ' एक बहुत ही दयालु एवं साझा किस्म का इंसान था बल्कि 'नोलबू ' मतलबी तथा लालची था। इस नाटक के जरिये यह दिखाया गया कि हर देश में दोनों स्वभाव के लोग होते हैं पर जीत हमेशा नेकी की होती है।
ख़ास बात यह थी कि नाटक प्रस्तुत करने वाले सभी कलाकार बच्चे ही थे इन्होंने कई देशों में इस नाटक के तहत भाईचारे का संदेश फैलाया है। विश्व स्तर पर इन्हें बहुत सराहा गया है। पूरे मंच को कोरियन संगीत तथा वेशभूषा में प्रस्तुत किया।


