कुंभ मेले को लेकर मेरे खिलाफ हो रहा दुष्प्रचार : नरेंद्र गिरि
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने कुंभ मेले को लेकर उनके खिलाफ किए जा रहे दुष्प्रचार को कुत्सित लोगों की संकीर्ण मानसिकता की उपज बताया

इलाहाबाद। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने कुंभ मेले को लेकर उनके खिलाफ किए जा रहे दुष्प्रचार को कुत्सित लोगों की संकीर्ण मानसिकता की उपज बताया।
महंत नरेंद्र गिरि ने बताया कि कुछ लोग व्हाट्सएप ग्रुप पर उनके पुराने बयान “अर्द्धकुंभ को कुंभ नाम देने एवं कुंभ लोगो में संगम को नहीं दर्शाने” पर नाराजगी बताने को अपडेट कर बदनाम करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने इन बयानों का खण्डन करते हुए कहा कि यह केवल कुंभ मेले को लेकर उन्हे बदनाम करने का दुष्प्रचार भर है।
उन्होंने कहा कि उनका यह बयान काफी पुराना है। इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनकी मुलाकात हुई थी। मुख्यमंत्री ने “अर्द्ध कुंभ को कुंभ” का नाम देने का पर्याय बताया था जिसके बाद परिषद के सभी संत संतुष्ट हो गये थे। उसके बाद से उन्होंने किसी प्रकार कुंभ को लेकर नकारात्मक बयान नहीं दिया। शनिवार को “मार्गदर्शक” मंडल की बैठक में मुख्यमंत्री के साथ सभी 13 अखाड़ों के प्रतिनिधियों ने शिरकत की थी। सभी ने उन्हें भव्य और दिव्य कुंभ संपन्न कराने में पूरा सहयोग का वचन दिया था।
अध्यक्ष ने कहा कि कुंंभ के लिए सब कुछ अच्छा हो रहा है, यह देख कुछ लोग ईर्ष्या कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुंभ की संपन्नता के लिए अखाड़ा परिषद हर संभव प्रयास करेगा। कुंभ विश्व का सबसे बड़ा सांस्कृतिक और आध्यत्मिक मेला है। केन्द्र और प्रदेश सरकार के “दिव्य और भव्य” को साकार करने ने हम सब को योगदान देना चाहिए। देश-विदेश से आने वाले करोड़ो श्रद्धालु और पर्यटकों के मन मस्तिष्क में जीवन पर्यन्त इसकी भव्यतम दिव्य आभा साकार रहे।
महंत ने ऐसे लोगों को अच्छी सोच के साथ शक्ति को सकारात्मक दिशा में लगाने की नसीहत दी है। भलाई की दिशा में उठाये गये कदम से मनमस्तिष्क में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।


