भारत में जो सकारात्मक दृष्टिकोण पैदा हुआ है, वह पहले कभी नहीं था: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि 2014 में उनकी सरकार के सत्ता में आने के बाद से लोगों की मानसिकता और आत्मविश्वास में 'सकारात्मक बदलाव' आया है

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि 2014 में उनकी सरकार के सत्ता में आने के बाद से लोगों की मानसिकता और आत्मविश्वास में 'सकारात्मक बदलाव' आया है।
हिंदुस्तान टाइम्स समिट के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, "अगर हम देश को एक जीवित इकाई के रूप में देखें तो हमें पता चलेगा कि भारत में जो सकारात्मक दृष्टिकोण पैदा हुआ है, वह पहले कभी नहीं था।"
मोदी ने कहा कि इससे पहले युवाओं, महिलाओं, किसानों और गरीबों को देश के संसाधनों पर बहुत कम विश्वास था और अब वे सरकार और उसके संसाधनों पर भरोसा करते हैं।
जब योजनाओं में गति होती है, तभी देश में प्रगति आती है। कुछ तो परिवर्तन आया होगा जिसकी वजह से सरकार की तमाम योजनाओं की स्पीड बढ़ गई है। साधन वही हैं, संसाधन वहीं हैं, लेकिन सिस्टम में रफ्तार आ गई है। ऐसा हुआ है क्योंकि सरकार ब्यूरोक्रेसी में एक नई कार्यसंस्कृति डवलप कर रही है: PM
— PMO India (@PMOIndia) November 30, 2017
मोदी ने कहा कि भारत में 2014 के चुनाव में नागरिकों ने केवल सरकार को बदलने के लिए ही मतदान नहीं किया था, बल्कि लोग तंत्र में परिवर्तन चाहते थे जो स्थाई, स्थिर और अपरिवर्तनीय हो और उन्होंने इसके लिए वोट किया।
हमारे यहां जो सिस्टम था उसने भ्रष्टाचार को ही शिष्टाचार बना दिया था। 2014 में देश के सवा सौ करोड़ों ने इस व्यवस्था को बदलने के लिए वोट दिया था, वोट दिया था देश को लगी बीमारियों के परमानेंट इलाज के लिए, उन्होंने वोट दिया था न्यू इंडिया बनाने के लिए: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) November 30, 2017
मोदी ने कहा, "देश में हर जगह किसी न किसी को दिन-रात तंत्र से लड़ना पड़ता था। मैं ऐसा अपरिवर्तनीय बदलाव लाने की कोशिश कर रहा हूं जिससे लोगों के जीवन में सुधार आए और इसे लेकर मैं प्रतिबद्ध हूं।"


