समस्याओं को लेकर सोसाइटी के लोग परेशान ,रजिस्ट्री, रखरखाव व एओए को हैंडओवर करने की मांग
शहर की बिल्डर हाउसिंग सोसायटियों में रहने वाले लोगों की समस्याएं कम होने का नाम नहीं ले रही हैं

ग्रेटर नोएडा। शहर की बिल्डर हाउसिंग सोसायटियों में रहने वाले लोगों की समस्याएं कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। सेक्टर पाई-टू स्थित यूनिटेक होराइजन सोसायटी के लोग भी मूलभूत सुविधाओं को तरस रहे हैं।
शिकायत के बाद भी कोई सुनवाई न होने पर यहां के निवासियों ने बिल्डर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। रजिस्ट्री न होने से भी फ्लैट ऑनर्स परेशान हैं। आंदोलन की रणनीति बना रहे हैं।

अपार्टमेंट ऑनर्स एसोसिएशन (एओए) के गठन के छह साल बाद भी अधिकार नहीं दिए गए। एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने सोमवार को प्रेसवार्ता कर सोसायटी में व्याप्त समस्याओं को गिनाया।
सचिव विकास कालिया ने बताया कि बिल्डर प्रबंधन सोसायटी की तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा है,जिसके चलते स्थिति खस्ताहाल हो चुकी है। चारों तरफ गंदगी फैली हुई है। बेसमेंट में पानी भर जाता है।
रखरखाव के अभाव में प्लास्टर गिर रहा है। उनका कहना है कि कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। एओए का गठन हुए छह साल से अधिक का समय हो गया, लेकिन बिल्डर की तरफ से सहयोग नहीं मिल रहा है।
सोसायटीवासियों की शिकायत पर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण बिल्डर को नोटिस जारी कर सोसायटी में मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराने व एसोसिएशन को हैंडओवर करने के लिए कह चुका है,लेकिन बिल्डर सुनने को तैयार नहीं है। सदस्य जितेंद्र सिंह का कहना है कि सोसायटी में रहने वाले 650 से अधिक परिवार परेशान हैं।
बार- बार शिकायत के बाद भी उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। शासन, प्रशासन व बिल्डर प्रबंधन की अनदेखी के चलते सोसायटी की हालत दयनीय हो चुकी है। एओए काम करना चाहती है,लेकिन बिल्डर रूकावट डाल रहा है। वहीं इस बारे में मेंटेनेंस मैनेजर कृष्णकांत कौशिक का कहना है कि बिल्डर प्रबंधन द्वारा समय से पैसा नहीं दिया जा रहा है। इसलिए सोसायटी के रखरखाव में दिक्कत आ रही है। इस मौके पर कोषाध्यक्ष रविंद्र आदि पदाधिकारी मौजूद रहे।
हैंडओवर करने के लिए कह चुका है,लेकिन बिल्डर सुनने को तैयार नहीं है। सदस्य जितेंद्र सिंह का कहना है कि सोसायटी में रहने वाले 650 से अधिक परिवार परेशान हैं। बार- बार शिकायत के बाद भी उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। शासन, प्रशासन व बिल्डर प्रबंधन की अनदेखी के चलते सोसायटी की हालत दयनीय हो चुकी है। एओए काम करना चाहती है,लेकिन बिल्डर रूकावट डाल रहा है। वहीं इस बारे में मेंटेनेंस मैनेजर कृष्णकांत कौशिक का कहना है कि बिल्डर प्रबंधन द्वारा समय से पैसा नहीं दिया जा रहा है। इसलिए सोसायटी के रखरखाव में दिक्कत आ रही है। इस मौके पर कोषाध्यक्ष रविंद्र आदि पदाधिकारी मौजूद रहे।


