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कारम बांध को बचाने वाले पोकलेन मशीन के ऑपरेटरों का सम्मान, कांग्रेस ने कसा तंज

मध्य प्रदेश के धार जिले के कारम बांध में हुए पानी के रिसाव के बाद सामने आए बड़े संकट के दौरान जल निकासी में पोकलेन मशीन के ऑपरेटरों ने बड़ी भूमिका निभाई, जिन्हें सरकार ने दो-दो लाख रुपये देकर सम्मानित किया

कारम बांध को बचाने वाले पोकलेन मशीन के ऑपरेटरों का सम्मान, कांग्रेस ने कसा तंज
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भोपाल। मध्य प्रदेश के धार जिले के कारम बांध में हुए पानी के रिसाव के बाद सामने आए बड़े संकट के दौरान जल निकासी में पोकलेन मशीन के ऑपरेटरों ने बड़ी भूमिका निभाई, जिन्हें सरकार ने दो-दो लाख रुपये देकर सम्मानित किया। इस पर कांग्रेस ने तंज सकते हुए कहा कि अब लगता है कि सरकार बांध बनाने वालों का भी सम्मान करेगी। मुाख्यमंत्री आवास पर आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कारम डेम के राहत और बचाव कार्य में लगी पोकलेन मशीन के ऑपरेटरों को सम्मान निधि के रूप में दो-दो लाख रुपए के चेक प्रदान किये। उन्होंने समाजसेवियों तथा अशासकीय संस्थाओं को भी सम्मानित किया।

चौहान ने कहा कि धार के कारम बांध के आपदा प्रबंधन में उत्कृष्ट करने कार्य करने वाले नागरिकों और संस्थाओं पर सभी प्रदेशवासियों को गर्व है। टीम मध्यप्रदेश ने वैज्ञानिक आपदा प्रबंधन का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया है। यह साहस, कर्मठता और समन्वय का ही परिणाम रहा कि जन-हानि नहीं हुई। साथ ही हमने पशु-हानि भी नहीं होने दी। फसलों का जो नुकसान हुआ है उसकी भरपाई राज्य शासन द्वारा की जाएगी। कारम बांध की घटना की जाँच के लिए कमेटी गठित की गई है। जाँच में जो तथ्य सामने आएंगे उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि ईश्वर की कृपा, तकनीकी विशेषज्ञों के मार्गदर्शन और सबके सहयोग से 24 घंटे में बांध का पानी निकाल लिया गया। संतोष की बात यह रही कि पानी गाँव और घरों में नहीं घुसा। कभी-कभी इस तरह की परीक्षा की घड़ी निर्मित होती है। इस कठिन समय में तीनों मंत्री और प्रशासन का पूरा अमला जिम्मेदारी एवं कुशलता के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करता रहा।

इस मौके पर तमाम जनप्रतिनिधियों और मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने अपने अनुभव साझा किए। इंदौर संभागायुक्त पवन शर्मा ने कहा कि प्रशासनिक सेवा के दौरान डेम बनवाने के तो बहुत अनुभव थे, परंतु डेम खाली कराने का यह पहला अनुभव था। बांध की क्षति और लगातार हो रही वर्षा से कई तरह के भय मन में थे, परंतु मुख्यमंत्री चौहान के प्रोत्साहन, उनके त्वरित निर्णय और स्पष्ट निर्देश के परिणामस्वरूप भय पर नियंत्रण कर आपदा का सामना किया।

कलेक्टर धार पंकज जैन ने कहा कि प्रशासन की संपूर्ण टीम और जन-प्रतिनिधियों के सहयोग से आपदा प्रबंधन और राहत कार्यों का व्यवस्थित संचालन संभव हो पाया। खरगोन कलेक्टर कुमार पुरूषोत्तम ने कहा कि यह आपदा और राहत प्रबंधन का अद्भुत उदाहरण था।

कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमल नाथ के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने सरकार के सम्मान समारोह पर तंज कसते हुए ट्वीट किया, धार के कारम डैम के क्षतिग्रस्त मामले में मुख्यमंत्री उत्कृष्ट कार्य करने वालों का सम्मान कर रहे हैं। अफसोस जिम्मेदार विभागीय मंत्री तुलसी सिलावट, जिनके खिलाफ भी जाँच होनी चाहिये, जिन्हें जाँच तक हटाया जाना चाहिये वो भी साथ में मौजूद, समझा जा सकता है कि जाँच का क्या होगा।

उन्होंने आगे लिखा, अगले चरण में मामाजी जल्द ही बांध निर्माण की ठेकेदार कंपनी के कर्ताधर्ताओं का भी यह कहकर सम्मान करेगी कि इन्होंने बांध का ऐसा घटिया निर्माण किया कि 304 करोड़ बह गये , हजारों किसानो के घर , फसल बह गयी लेकिन कोई जनहानि नहीं हुई।


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